भीनमाल (जालोर). भीनमाल शहर सहित क्षेत्र भर में पानी की भयंकर समस्या के चलते लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं. भीनमाल भाजपा का गढ़ कहा जाता है और यहांं 15 सालों से भाजपा के विधायक पूराराम चौधरी और सांसद देवजी पटेल चुनाव जीतते आ रहे हैं. लेकिन क्षेत्र में पेयजल संबंधी प्रोजेक्ट आज तक अटके हुए हैं.
क्षेत्र में पानी की समस्या पेयजल संबंधी अटके पड़े प्रोजेक्ट्स के चलते हो रही है. जिसके जिम्मेदार जनप्रतिनिधि ही हैं. लोग आए दिन जलदाय विभाग पहुंच कर अधिकारियों से पानी की समस्या को लेकर उलझते हुए दिखाई देते हैं. लेकिन विधायक और सांसद की अनदेखी के चलते यह शहर लंबे समय से पानी के लिए तरस रहा है.
पेयजल संबंधी प्रोजेक्ट अटके पड़े...
भीनमाल शहर सहित आसपास के 307 गांवों को फ्लोराड मुक्त पानी पहुंचाने की 372.70 करोड़ की नर्मदा ईआर परियोजना लंबे समय से अटकी पड़ी हैं. 2016 में इसका काम पूरा होना था, लेकिन अभी भी करीब 33 प्रतिशत कार्य अधूरा पड़ा है. वहीं पेयजल संबंधी कई योजनाएं कमजोर पैरवी के चलते ठंडे बस्ते में पड़ी है.
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7-8 दिनों में एक बार होती है पानी की सप्लाई...
पूरे शहर में 7 से 8 दिन में एक बार पानी की सप्लाई होती है और सप्लाई के समय भी प्रर्याप्त मात्रा में पानी नहीं उपलब्ध करवाया जाता. जिसके फलस्वरुप लोग महंगे दामों में पानी के टैंकर डलवाले को मजबूर हैं.
क्षेत्र में चुनावों में पानी का मुद्दा रहता है अहम...
यहां लगातार 15 सालों से भाजपा के विधायक पूराराम चौधरी और भाजपा सांसद देवजी एम पटेल जीतते आ रहे हैं. हर साल चुनावों में पानी के मुद्दे को लेकर जबरदस्त राजनीति देखी जाती है. जबकि हकीकत में देखा जाए तो भाजपा के गढ़ में ही भाजपा के विधायक और सांसद होने के बावजूद भी लोग पानी के लिए तरस रहे हैं.