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जालोर: सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप, ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा शिकायत पत्र

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Published : Jul 30, 2020, 6:15 PM IST

जालोर के भीनमाल में गुरुवार को ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और शिकायत पत्र सौंपा. ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे समय से गोचर भूमि पर अतिक्रमियों ने डेरा डाल रखा है. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप

भीनमाल (जालोर). भीनमाल में कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से सरकारी जमीन को हड़पने की नीयत से कब्जा करने का मामला सामने आया है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार के नाम शिकायत पत्र सौंपकर अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. गुरुवार को ग्रामीण उपखंड कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया.

अतिक्रमियों के हौसले बुलंद

लंबे समय से शहर सहित आसपास क्षेत्र में अधिकारियों की ओर से सरकारी और गोचर भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है. प्रशासन के लापरवाह पूर्ण रवैया के चलते जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त नहीं करवाया जा रहा है. जिसकी वजह से अतिक्रमियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. वहीं समय-समय पर लोगों की ओर से विरोध प्रदर्शन और प्रशासन को अतिक्रमण को लेकर अवगत करवाया जाता है, लेकिन फिर को प्रशासन के सारे प्रयास विफल नजर आते हैं.

यह भी पढ़ें : कोटा: SDM ने कलमंडी गांव में 75 बीघा चारागाह भूमि से हटवाया अतिक्रमण

राजस्थान में अतिक्रमण के मामले

29 जुलाई : कोटा के कनवास उपखंड के कलमंडी गांव में कुछ लोगों ने 75 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की थी.

20 जुलाई : धौलपुर के सदर थाना इलाके के गांव के ग्रामीणों ने घेर गांव के ही कुछ लोगों की ओर से गोचर व वन विभाग जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती करने के आरोप लगाए गए थे.

10 जुलाई : दौसा में सरकार की सैकड़ों बीघा जमीन पर अतिक्रमण को हटवाने के लिए ग्रामीणों ने को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था. ग्रामीणों का आरोप था कि कुछ दबंग लोग सरकारी चारागाह भूमि को अपने निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.

भीनमाल (जालोर). भीनमाल में कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से सरकारी जमीन को हड़पने की नीयत से कब्जा करने का मामला सामने आया है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार के नाम शिकायत पत्र सौंपकर अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. गुरुवार को ग्रामीण उपखंड कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया.

अतिक्रमियों के हौसले बुलंद

लंबे समय से शहर सहित आसपास क्षेत्र में अधिकारियों की ओर से सरकारी और गोचर भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है. प्रशासन के लापरवाह पूर्ण रवैया के चलते जमीनों को अतिक्रमण से मुक्त नहीं करवाया जा रहा है. जिसकी वजह से अतिक्रमियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. वहीं समय-समय पर लोगों की ओर से विरोध प्रदर्शन और प्रशासन को अतिक्रमण को लेकर अवगत करवाया जाता है, लेकिन फिर को प्रशासन के सारे प्रयास विफल नजर आते हैं.

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29 जुलाई : कोटा के कनवास उपखंड के कलमंडी गांव में कुछ लोगों ने 75 बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा था. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने अधिकारियों से की थी.

20 जुलाई : धौलपुर के सदर थाना इलाके के गांव के ग्रामीणों ने घेर गांव के ही कुछ लोगों की ओर से गोचर व वन विभाग जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती करने के आरोप लगाए गए थे.

10 जुलाई : दौसा में सरकार की सैकड़ों बीघा जमीन पर अतिक्रमण को हटवाने के लिए ग्रामीणों ने को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था. ग्रामीणों का आरोप था कि कुछ दबंग लोग सरकारी चारागाह भूमि को अपने निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.

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