जालोर. जिले के रानीवाड़ा उपखण्ड के वगतापुरा गांव में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया. एक खेत में बने छप्पर (झोपड़ी) में आग लगने से दो मासूम की जिंदा जलने से मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा है. हादसे के कारणों का पता नहीं लग पाया है.
जानकारी के मुताबिक रानीवाड़ा क्षेत्र के बड़गाव के पास वगतापुरा निवासी रोमाराम पुत्र केवदाराम चौधरी के कृषि कुएं पर डूगरी (रानीवाड़ा) निवासी रमेश पुत्र मफाराम भील खेती का काम करता है. उन्होंने रहने के लिए खेत में छप्पर बना रखा था. शनिवार सुबह दोनों बेटियों को कच्चे छप्पर में छोड़ कर परिजन खेत में काम करने चले गए. इस बीच अचानक आग लग गई. आग की लपटें देखकर परिजन दौड़कर आए, लेकिन तब तक दोनों बेटियों की मौत हो चुकी थी. हादसे के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं, आग लगने की वजह का पता अभी तक नहीं चल पाया है.
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बीकानेर में जिंदा जलीं मां-बेटी : जिले के गजनेर थाना क्षेत्र में 3 मार्च को एक झोपड़ी में आग लगने से मां-बेटी की जिंदा जलने से मौत हो गई थी. इस हादसे में मृतक महिला का पति भी गंभीर रूप से झुलस गया था. घटना के बाद थानाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया था कि अग्निकांड इतना विकराल था की झोपड़ी में सो रही मां बेटी का सिर्फ कंकाल ही बचा था.