रानीवाड़ा (जालोर). कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सभी एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं. क्या हिंदू, क्या मुसलमान, क्या बूढ़े और क्या बच्चे, हर कोई मदद कर रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच जहां देश में लॉकडाउन है, वहीं गरीबों की मदद के लिए बच्चे भी आगे आ रहे हैं. बच्चों की गुल्लक सिर्फ उनकी बचत नहीं, बल्कि उनका एक सपना होती है. कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लाॅकडाउन में अब जरूरतमंदों की सहायता के लिए बच्चे अपने इस सपने को भी तोड रहे हैं और सरकार को सहायता राशि दे रहे हैं.
जोधपुर डिस्कॉम रानीवाड़ा के सहायक अभियंता भरत देवड़ा के पुत्र आशुतोष देवड़ा और पुत्री शुभांगी देवड़ा ने अपने गुल्लक से 6200 रुपए रानीवाड़ा उपखंड अधिकारी प्रकाश चंद्र अग्रवाल को दिए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री राहत कोष में 3100 रुपए और मुख्यमंत्री राहत कोष में 3100 रुपए दिए हैं. आशुतोष देवड़ा और शुभांगी देवड़ा ने कहा कि सरकार तो अपने स्तर पर काम कर रही है और इस काम में हम भी अपनी तरफ से छोटी सी मदद करना चाहते हैं.
कोरोना से जंग लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से प्रधानमंत्री राहत कोष में अपना गुल्लक तोड़कर प्रधानमंत्री राहत कोष में 3100 रुपए और मुख्यमंत्री राहत कोष में 3100 रुपए का अंशदान देकर देशहित में छोटा सा योगदान न्यौछावर किया है. उन्होंने बताया कि वो अपने पापा से दस रुपए रोजाना लेकर गुल्लक में डालते हैं और यह गुल्लक तभी खोलते हैं जब किसी की मदद करनी हो.
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उन्होंने प्रदेशवासियों से प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक योगदान देने की अपील की है. बतां दे कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जितनी बड़ी और खतरनाक होती जा रही है, उतने ही अधिक लोग इस लड़ाई में शामिल होने आ रहे हैं. अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियों ने कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए दिल खोलकर योगदान दिया है.