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जालोर: नगर परिषद के भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में तत्कालीन ईओ कांकरिया भी हिरासत में...

जालोर नगर परिषद के भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. जिसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते है. इसके अलावा तत्कालीन नगर परिषद के आयुक्त को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है.

jalore news, जालोर की खबर
तत्कालीन ईओ कांकरिया भी हिरासत में
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Published : Feb 4, 2020, 10:25 PM IST

जालोर. नगर परिषद के भूमि शाखा रूम में 20 जनवरी को आग लग जाने से पूरा रिकॉर्ड जल कर नष्ट हो गया था. जिसके बाद नगर परिषद के आयुक्त ने इस आगजनी को लेकर कोतवाली में मामला दर्ज करवाया था. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम से जांच करवाई तो ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल डालकर आग लगाने की जानकारी सामने आई थी.

तत्कालीन ईओ कांकरिया भी हिरासत में

इसके बाद पूरे मामले के लिए स्पेशल टीम बनाकर शहर के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल कर इस आगजनी का खुलासा करते हुए भंवर मेघवाल और भंवर बिश्नोई को गिरफ्तार किया. अब दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते है. वहीं, इसी आगजनी के मामले में नगर परिषद के पूर्व आयुक्त शिकेश कांकरिया को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए दो दिन से हिरासत में ले रखा है. गुप्त स्थान पर पुलिस कांकरिया से पूछताछ कर रही है.

पढ़ें- जालोर: अज्ञात शव मिलने से फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

वहीं, मंगलवार को इसी हाई प्रोफाइल मामले को लेकर जोधपुर रेंज के आईजी सचिन मित्तल भी जालोर आए. इस दौरान उन्होंने स्पेशल टीम और एसपी हिम्मत अभिलाष टांक से पूरे मामले की जानकारी ली. मित्तल ने कहा कि टीम ने आग लगाने वाले का पता लगाकर मामले का खुलासा कर दिया है और आगे भी निष्पक्ष जांच कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

संदिग्ध है शिकेश कांकरिया की भूमिका

जालोर नगर परिषद में शिकेश कांकरिया लंबे समय तक आयुक्त के पद पर रहे थे. इस दौरान परिषद के सभापति भंवर लाल माली और शिकेश कांकरिया के बीच में जमकर विवाद हुआ. एक बार शीतला माता मंदिर के मेले के कार्यक्रम में तत्कालीन कलेक्टर के सामने दोनों में जमकर बहस हुई. जिसके बाद माली और कांकरिया के बीच विवाद चलता रहा. इस दरम्यान कांकरिया के स्थानांतरण करने के कई बार आदेश भी आए, लेकिन कोर्ट से स्टे लेकर कांकरिया लंबे समय तक नगर परिषद में जमे रहे.

पढ़ें- जालोरः खेत में दो पक्षों के बीच मारपीट, VIDEO VIRAL

इसके बाद भीनमाल नगर परिषद का चार्ज अतिरिक्त में कांकरिया को दे दिया गया. नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले कांकरिया जालोर नगर परिषद से रिलीव हो गए थे. वहीं, कांकरिया के कार्यकाल में फर्जी पट्टे और अवैध निर्माण की शिकायतें की गई थी. एक जमीन के मामले को लेकर एसीबी में मामला तक दर्ज हो चुका था. अब भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में कांकरिया को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है, जिसके कारण संभावना है कि कांकरिया से पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है.

फर्जी पट्टे जारी करने के सबूत मिटाने लगाई आग

नगर परिषद की भूमि शाखा में आग लगाने के पीछे आरोपियों का मकसद था कि फर्जी पट्टे जारी किए गए है उनके सबूत मिटाए जा सके, लेकिन पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले का खुलासा करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अब इन आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े नाम सामने आने की संभावना है. इसी संभावना को देखते हुए जोधपुर रेंज के आईजी मित्तल खुद जोधपुर से जालोर आए और पूरे मामले की गहनता से जांच की.

जालोर. नगर परिषद के भूमि शाखा रूम में 20 जनवरी को आग लग जाने से पूरा रिकॉर्ड जल कर नष्ट हो गया था. जिसके बाद नगर परिषद के आयुक्त ने इस आगजनी को लेकर कोतवाली में मामला दर्ज करवाया था. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम से जांच करवाई तो ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल डालकर आग लगाने की जानकारी सामने आई थी.

तत्कालीन ईओ कांकरिया भी हिरासत में

इसके बाद पूरे मामले के लिए स्पेशल टीम बनाकर शहर के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल कर इस आगजनी का खुलासा करते हुए भंवर मेघवाल और भंवर बिश्नोई को गिरफ्तार किया. अब दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते है. वहीं, इसी आगजनी के मामले में नगर परिषद के पूर्व आयुक्त शिकेश कांकरिया को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए दो दिन से हिरासत में ले रखा है. गुप्त स्थान पर पुलिस कांकरिया से पूछताछ कर रही है.

पढ़ें- जालोर: अज्ञात शव मिलने से फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

वहीं, मंगलवार को इसी हाई प्रोफाइल मामले को लेकर जोधपुर रेंज के आईजी सचिन मित्तल भी जालोर आए. इस दौरान उन्होंने स्पेशल टीम और एसपी हिम्मत अभिलाष टांक से पूरे मामले की जानकारी ली. मित्तल ने कहा कि टीम ने आग लगाने वाले का पता लगाकर मामले का खुलासा कर दिया है और आगे भी निष्पक्ष जांच कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

संदिग्ध है शिकेश कांकरिया की भूमिका

जालोर नगर परिषद में शिकेश कांकरिया लंबे समय तक आयुक्त के पद पर रहे थे. इस दौरान परिषद के सभापति भंवर लाल माली और शिकेश कांकरिया के बीच में जमकर विवाद हुआ. एक बार शीतला माता मंदिर के मेले के कार्यक्रम में तत्कालीन कलेक्टर के सामने दोनों में जमकर बहस हुई. जिसके बाद माली और कांकरिया के बीच विवाद चलता रहा. इस दरम्यान कांकरिया के स्थानांतरण करने के कई बार आदेश भी आए, लेकिन कोर्ट से स्टे लेकर कांकरिया लंबे समय तक नगर परिषद में जमे रहे.

पढ़ें- जालोरः खेत में दो पक्षों के बीच मारपीट, VIDEO VIRAL

इसके बाद भीनमाल नगर परिषद का चार्ज अतिरिक्त में कांकरिया को दे दिया गया. नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले कांकरिया जालोर नगर परिषद से रिलीव हो गए थे. वहीं, कांकरिया के कार्यकाल में फर्जी पट्टे और अवैध निर्माण की शिकायतें की गई थी. एक जमीन के मामले को लेकर एसीबी में मामला तक दर्ज हो चुका था. अब भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में कांकरिया को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है, जिसके कारण संभावना है कि कांकरिया से पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है.

फर्जी पट्टे जारी करने के सबूत मिटाने लगाई आग

नगर परिषद की भूमि शाखा में आग लगाने के पीछे आरोपियों का मकसद था कि फर्जी पट्टे जारी किए गए है उनके सबूत मिटाए जा सके, लेकिन पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले का खुलासा करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अब इन आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े नाम सामने आने की संभावना है. इसी संभावना को देखते हुए जोधपुर रेंज के आईजी मित्तल खुद जोधपुर से जालोर आए और पूरे मामले की गहनता से जांच की.

Intro:नगर परिषद के भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। जिसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते है। इसके अलावा तत्कालीन नगर परिषद के आयुक्त को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है जिससे भी पूछताछ की जा रही है।


Body:नगर परिषद में आग लगाने के मामले में कई बड़े नाम आ सकते है सामने, तत्कालीन ईओ कांकरिया भी हिरासत में
जालोर
नगर परिषद के भूमि शाखा रूम में 20 जनवरी को आग लग जाने से रिकॉर्ड पूरा जल कर नष्ट हो गया था। जिसके बाद नगर परिषद के आयुक्त ने इस आगजनी को लेकर कोतवाली में मामला दर्ज करवा दिया। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम से जांच करवाई तो ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल डालकर आग लगाने की जानकारी सामने आई थी। जिसके बाद पूरे मामले के लिए स्पेशल टीम बनाकर शहर के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल कर इस आगजनी का खुलासा करते हुए भंवर मेघवाल व भंवर बिश्नोई को गिरफ्तार किया। अब दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। जिसमें कई बड़े नाम सामने आ सकते है। वहीं इसी आगजनी के मामले में नगर परिषद म पूर्व आयुक्त शिकेश कांकरिया को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए दो दिन से हिरासत में ले रखा है। जिसने गुप्त स्थान पर पुलिस कांकरिया से पूछताछ कर रही है। वहीं आज इसी हाई प्रोफाइल मामले को लेकर जोधपुर रेंग के आईजी सचिन मित्तल भी जालोर आये और स्पेशल टीम व एसपी हिम्मत अभिलाष टांक से पूरे मामले की जानकारी ली। इस दौरान मित्तल ने कहा कि टीम ने आग लगाने वाले का पता लगाकर मामले का खुलासा कर दिया है और आगे भी निष्पक्ष जांच कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
संदिग्ध है शिकेश कांकरिया की भूमिका
जालोर नगर परिषद में शिकेश कांकरिया लंबे समय तक आयुक्त के पद पर रहे थे। इस दौरान परिषद के सभापति भंवर लाल माली व शिकेश कांकरिया के बीच में जमकर विवाद हुआ। एक बार शीतला माता मंदिर के मेले के कार्यक्रम में तत्कालीन कलेक्टर के सामने दोनों में जमकर बहस हुई। जिसके बाद माली व कांकरिया के बीच विवाद चलता रहा। इस दरम्यान कांकरिया के स्थानांतरण करने कई बार आदेश भी आये, लेकिन कोर्ट से स्टे लेकर कांकरिया लंबे समय तक नगर परिषद में जमे रहे। इसके बाद भीनमाल नगर परिषद का चार्ज अतिरिक्त में कांकरिया को दे दिया गया। नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले कांकरिया जालोर नगर परिषद से रिलीव हो गए थे। कांकरिया के कार्यकाल में फर्जी पट्टे व अवैध निर्माण की शिकायतें की गई थी। एक जमीन के मामला को लेकर एसीबी में मामला तक दर्ज हो चुका था। अब भूमि शाखा में आग लगाने के मामले में कांकरिया को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। जिसके कारण संभावना है कि कांकरिया से पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है।
फर्जी पट्टे जारी करने के सबूत मिटाने लगाई आग
नगर परिषद की भूमि शाखा में आग लगाने के पीछे आरोपियों का मकसद था कि फर्जी पट्टे जारी किए गए है उनके सबूत मिटाए जा सके, लेकिन पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले का खुलासा करके आरोपियों को गिरफ़्तार कर दिया। अब इन आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े नाम सामने आने की संभावना है। इसी संभावना को देखते हुए जोधपुर रेंग के आईजी मित्तल खुद जोधपुर से जालोर आये ओर पूरे मामले की गहनता से जांच की। ऐसे में संभावना है कि इस हाई प्रोफाइल मामले में कई बड़े नाम सामने आ सकते है।


Conclusion:विजुअल रेप से भेजे है।
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