जालोर. कोरोना महामारी को लेकर लागू लॉकडाउन के बाद की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शनिवार को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता अचानक सांकरणा गांव पहुंचे. सांकरणा गांव जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर है. इस दौरान कलेक्टर ने कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए गांवों में प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया.
इस औचक निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मनरेगा कार्यों, गांव में खाद्यान्न वितरण और ग्राम सहकारी सेवा समिति की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण किया और रिकॉर्ड संधारण का अवलोकन कर मौके पर ही पीईईओ और रसद विभाग के प्रवर्तन निरीक्षक को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ऐसे प्रवासी और विशेष श्रेणी के ऐसे परिवार, जिनका आधार कार्ड से मिलान नहीं हो रहा है, उनका आधार अपडेट कर फौरन ऑनलाइन एंट्री की जाए. इसके बाद उन्हें निशुल्क गेहूं और चना उपलब्ध करवाएं. इसके अलावा कलेक्टर ने गोचर भूमि में चारागाह विकास कार्य का अवलोकन किया और बारिश से पहले ही पौधारोपण के लिए पौधों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.
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कलेक्टर ने विकास अधिकारी भोपाल सिंह जोधा से कहा कि आस-पास की खाली जमीन में भी गड्ढे खुदवा लें और बारिश से पहले पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें, जिससे पौधरोपण समय पर हो सके. उन्होंने महिला श्रमिकों से बातचीत कर उनकी समस्या जानी और अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश भी दिए. साथ ही उन्होंने आगामी 22 जून से मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार द्वारा चलाए जाने वाले कोरोना संक्रमण बचाव जागरूकता अभियान और अपना खेत-अपना काम अभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविर कार्यक्रमों के बारे में भी बताया.
इस दौरान कलेक्टर ने विकास अधिकारी से कहा कि वो अपना खेत-अपना काम अभियान में ग्राम पंचायत और पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले शिविरों की पूरी तैयारी कर लें. साथ ही मनरेगा में ऐसे श्रमिक, जिनके जाॅब कार्ड नहीं बने हैं, उन्हें जाॅब कार्ड उपलब्ध कराएं. इसके बाद कलेक्टर ने ग्राम सेवा सहकारी बैंक की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया और खरीफ अल्पकालीन फसली ऋण योजना में अधिक से अधिक काश्तकारों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए. इस दौरान सहायक अभियंता कुलवंत कालमा भी साथ रहे.