जालोर.जिले में इस बार सहकारी समिति से ऋण लेने की प्रक्रिया को सरकार ने पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया था, लेकिन ग्राम सहकारी समिति एक भी ऑनलाइन नहीं है. ऐसे में किसानों को ईमित्र से ऋण के लिए आवेदन करना पड़ रहा था.लेकिन कुछ तकनीकी खराबी के कारण साइट नहीं चलने से हजारों किसान अपनी फसल का बीमा करवाने से वंचित रह गए.
ऐसे में शुक्रवार को किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर फसलों के बीमा करवाने की दिनांक को बढ़ाने की मांग है. किसानों ने कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी को बताया कि खरीफ 2019 का फसली ऋण के बीमा की अंतिम तारीख 31 जुलाई तक ही थी, लेकिन साइट नही चलने के कारण कुछ ही आवेदन हो रजिस्टर हो पाए, ऐसे में आधे से ज्यादा किसान साइट नहीं चलने के कारण बीमा करवाने से वंचित रह गए. ऐसे में किसानो ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि बीमा करवाने की तारीख 15 अगस्त तक बढ़ाई जाए.
इसके साथ किसानों ने बताया कि खरीफ फसल 2018 का बीमा क्लेम किसानों को अब तक नहीं मिला हैं. उसको भी किसानों को दिलवाया जाए. वहीं किसानों ने बताया कि इस बार खरीफ की फसल के लिए सहकारी समितियों से किसानों को ऋण वितरण नहीं किया गया है. जिसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.ऐसे में किसानों को खरीफ फसल के लिए जल्दी ऋण दिलवाया जाए.
वहीं जिले के ज्यादातर गांवों में बारिश नहीं होने के कारण नर्मदा नहर से खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए पानी देने की भी मांग की.इस दौरान ज्ञापन में बताया कि जालौर जिले के लिए सरकार ने सिंचाई की योजना बनाई थी, लेकिन उसका अभी तक धरातल पर कोई कार्य ही नहीं हो पाया है.
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किसानों ने बताया कि जिले के सिंगल फेस घर कनेक्शन बीपीएल और एपीएल कनेक्शन के डिमांड भरे 5 वर्ष हो चुके है, लेकिन किसानों के घरों में अब तक बिजली नहीं पहुंची है.
इसके साथ ही किसानों ने ज्ञापन में यह अल्टीमेटम दिया कि जल्दी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करवाया गया तो 13 अगस्त को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे.