जालोर. प्रदेश में अकाल की स्थिति होने पर जालोर, सिरोही और पाली जिले के ज्यादातर पशुपालक अपने पशुओं को लेकर राजस्थान से पलायन कर मध्यप्रदेश में पशुओं को चराने के लिए जाते हैं. लेकिन इस बार पशुपालकों को वहां जाना महंगा पड़ गया.
बता दें कि राजस्थान से पलायन कर मध्यप्रदेश जाने वाले पशुपालकों की लगभग1500 से ज्यादा भेड़ और बकरियों की अज्ञात बीमारी से मौत हो चुकी है. वहीं, भेड़ और बकरियों के मौत के कारण पशुपालक परेशान हैं. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जालोर जिले के आहोर विधानसभा से विधायक छगन सिंह राजपुरोहित मध्यप्रदेश पहुंच गए और उन्होंने पशुपालकों को सांत्वना देते हुए उचित मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया.
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जानकारी के अनुसार आहोर विधायक राजपुरोहित सोमवार को मध्य प्रदेश के इटारसी, होशंगाबाद, सावनी और मालवा में जालोर, सिरोही और पाली के पलायन करके जाने वाले पशुपालकों से रूबरू हुए और 1500 से ज्यादा भेड़ और बकरियों की अज्ञात बीमारी से मौत होने पर उसका जायजा लिया. आहोर विधायक ने वहां के विधायकों और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रियों से बात करके पशुपालकों को उचित मुआवजा दिलवाने की बात कही.
विधायक राजपुरोहित ने बताया कि राजस्थान से पशुपालन करने के लिए यह लोग इतने दूर आते है ताकि मवेशियों का पालन-पोषण अच्छे से कर सके, लेकिन इस बार बीमारी के कारण पशुओं की मौत हो गई. जिससे इनको भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार से पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने बताया कि अगर मध्यप्रदेश सरकार मुआवजा नहीं देती है तो इस मामले को राजस्थान की विधानसभा में उठाया जाएगा ताकि गरीब पशुपालकों को उनके नुकसान की भरपाई हो सके.