जालोर. पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव 2020 के तहत जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के चतुर्थ चरण में पंचायत समिति सांचोर और चितलवाना में मतदान के लिए नियुक्त मतदान और सहायक मतदान अधिकारियों का अंतिम प्रशिक्षण वीर वीरमदेव राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में शुक्रवार को आयोजित किया गया.
जिसको संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि पंचायतीराज चुनावों के अंतिम चरण के चुनाव को भी सजगता के साथ कार्य करते हुए पूर्व में सम्पन्न चुनावों की तरह सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाएं. उन्होंने चौथे चरण के मतदान के लिए नियुक्त मतदान अधिकारियों और कार्मिकों के अंतिम प्रशिक्षण में कहा कि सांचोर और चितलवाना में संवेदनशील बूथों पर विशेष सजगता बरतते हुए चुनाव प्रकिया को सम्पन्न करवाएं.
इसके अलावा राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों के साथ ही कोरोना महामारी के लिए जारी एडवाइजरी का भी पूर्णतः पालन करवाएं. चुनाव के दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें. उन्होंने कहा कि कानून और शांति व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है. जिस प्रकार हाल ही में सम्पन्न चुनाव में सभी ने पूर्ण उर्जा और समन्वय के साथ कार्य करते हुए शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न करवाए हैं वैसे ही इस चुनाव को भी सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाएं. सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन भलीभांति करें.
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन 200 मीटर की परिधी में किसी प्रकार का प्रचार प्रसार ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखें. प्रशिक्षण में उप जिला निर्वाचन अधिकारी सी.एल. गोयल ने नियुक्त मतदान अधिकारियों और कार्मिकों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी. प्रशिक्षण के प्रभारी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार सुथार ने चुनाव से सम्बंधित प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देने के साथ ही निर्धारित प्रपत्रों की पूर्ति आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
प्रशिक्षण में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी और प्रशिक्षण के सहायक प्रभारी मोहन लाल परिहार ने मतदान अधिकारी और सहायक मतदान अधिकारी प्रथम को चुनाव से सम्बंधित कर्तव्यों और दायित्वों के बारे में और विभिन्न प्रपत्रों की पूर्ति और मतदान प्रक्रिया आदि के बारे में जानकारी दी.
मतदान दल को दिया गया अंतिम प्रशिक्षण
पंचायत समिति एवं जिला परिषद सदस्य पद के चुनाव के लिए शुक्रवार को राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में अंतिम प्रशिक्षण के बाद मतदान दल 5 दिसंबर को चौथे चरण में झालरापाटन के 140 और खानपुर पंचायत समिति क्षेत्रों के 170 मतदान केंद्रों पर चुनाव संपन्न कराने के लिए रवाना हुए. हर एक पार्टी में 5 मतदान कर्मी रखे गए हैं. वहीं, मतदान केंद्रों पर 10% मतदान कर्मी रिजर्व के रूप में भी रखे गए हैं.
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्य के चतुर्थ चरण के चुनाव के लिए नियुक्त ऑब्जर्वर महेंद्र लोढ़ा ने कहा कि पंचायती राज चुनाव को पूर्ण निष्पक्षता और स्वतंत्रता के साथ संपन्न करवाना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है. मतदान कार्मिकों को सीधे मतदान केंद्र पर जाना है और किसी भी परिस्थिति में किसी का भी आथित्य ग्रहण नहीं करना है. चाहे निमंत्रण देने वाला आपका कोई रिश्तेदार भी क्यों ना हो.
उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र के लिए रवाना होने से पहले मतदान सामग्री की सही तरीके से जांच कर ले ताकि उसमें किसी प्रकार की कोई कमी न रहे. उन्होंने कहा कि चुनाव को कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना करते हुए संपन्न करवाएं. सामाजिक दूरी बनाए रखें, मास्क पहने और हाथों को सैनिटाइज करते रहें.
पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव 2020 के तहत प्रदेश के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चौथे और अंतिम चरण के लिए मतदान शनिवार 5 दिसंबर को प्रातः 7:30 से सायं 5 बजे तक होगा. जबकि सभी चरणों की 8 दिसंबर को जिला मुख्यालयों पर मतगणना करवाई जाएगी.
आयुक्त पीएस मेहरा ने सभी मतदाताओं से कोविड के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए मतदान करने की अपील की है. उन्होंने बताया कि चतुर्थ चरण में 21 जिलों की 46 पंचायत समितियों के 908 सदस्यों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि चतुर्थ चरण में लगभग 18 हजार ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा, जबकि 36 हजार से ज्यादा कार्मिक चुनाव सम्पन्न करवाएंगे.
चौथे चरण के चुनाव के लिए शुरु हुई बाड़ेबंदी
राजस्थान में पंचायतीराज चुनाव 2020 के चौथे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की बाड़े बंदी शुरू कर दी है. बाड़मेर विधानसभा की दो पंचायत समितियों के कांग्रेस के प्रत्याशियों को शुक्रवार को अचानक बाडे बंदी करने के लिए कांग्रेस के विधायक मेवाराम जैन ने रणकपुर लेकर चले गए हैं. ऐसे तो कांग्रेस प्रत्याशियों का कहना है कि हम सब घूमने जा रहे हैं, लेकिन हकीकत क्या है यह तो सब जानते हैं.
राजस्थान के बाड़मेर जिले में पंचायतीराज चुनाव को लेकर कांग्रेस लगातार यह दावा कर रही है कि जिला परिषद से लेकर पंचायत समिति सदस्य तक ताबड़तोड़ तरीके से वो जीत रही है, लेकिन ऐसे में अगर कांग्रेस की सरकार में ही कांग्रेस के प्रत्याशियों की बाड़े बंदी हो जाए तो आप समझ सकते हैं कि कांग्रेस को कहीं न कहीं इस बात का खतरा मंडरा रहा है कि कई उनके सदस्य जीतने के बाद पाला ना बदल ले लिहाजा कॉंग्रेस इन सब चीजों से बचने के लिए ताबड़तोड़ तरीके से बाड़ेबंदी कर रही है.
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बाड़मेर विधानसभा में 2 पंचायत समिति है जिसमें करीब 80 प्रत्याशियों को बसो में एक साथ बिठाकर अज्ञातवास या रणकपुर ले जाने की खबर है. गौरतलब है कि बाड़मेर जिले में पंचायतीराज चुनाव 2020 हो या नगर परिषद का चुनाव हो हमेशा यह देखा जाता है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों अपने-अपने प्रत्याशियों को वोट डालने के बाद बाड़ेबंदी के लिए बाड़मेर से बाहर कई ले जाती है और जब परिणाम आते हैं उस समय वापस लेकर आती है. शुक्रवार को भी अचानक बाड़मेर विधानसभा के विधायक मेवाराम जैन के ऑफिस से बसों में भरकर प्रत्याशियों को ले जाया गया. इस दौरान कई प्रत्याशीयो से बात की गई तो उन्होंने बाड़ेबंदी को लेकर अपना वक्तव्य नहीं दिया, लेकिन यह जरूर का कि हम सब घूमने जा रहे हैं.