सांचौर (जालोर). शहर में आए दिन चोरी और अन्य आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. इन घटनाओं को रोकने के लिए भले ही पुलिस की ओर से प्रभावी गश्त व्यवस्था के दावे किए जाए रहे हों, मगर हकीकत तो कुछ और ही है. दरअसल, रात में गश्त के समय पुलिसकर्मी गश्त करने के बजाय किसी एक जगह पर ही बैठे नजर आते हैं. शहर में गश्त व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सोमवार रात ईटीवी भारत की टीम पड़ताल के लिए निकली. इस दौरान पता चला की पुलिसकर्मी गश्त करने के बजाय एक ही जगह बैठे रहते हैं.
इस पड़ताल में शहर के मुख्य चार रास्तों सहित माहेश्वरी कॉलोनी, रमेश कॉलोनी, पीडब्ल्यूडी चौराहा, विश्नोई धर्मशाला, चौधरी धर्मशाला, विवेकानंद सर्कल, पीपली चौक, हाढ़ेचा बस स्टैंड, मुख्य बस स्टैण्ड, दरबार चौक, नाबरिया सर्कल जैसे कई जगहों पर सांचौर पुलिस का एक भी जवान नजर नहीं आया.
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हैरानी तो तब हुई जब प्रदेश के वन और पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई के आवास के बाहर भी कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया. जैसा कि सांचौर मे रात्रि के दौरान कई घरों में चोर बेखौफ सेंधमारी कर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. रात्रि गश्त में सांचौर पुलिस की ढ़िलाई की वजह से चोरों को चोरी करने का मौका मिलता है.