ETV Bharat / state

जालोरः लॉकडाउन में फंसे 7 टीबी के मरीजों को उपलब्ध करवाई गई दवाई

author img

By

Published : Apr 8, 2020, 9:24 PM IST

कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन में जालोर में 7 प्रवासी फंसे गए है, जो कि टीबी के मरीज है. समय पर दवाई नहीं मिलने से उन्हें समस्या हो रही थी. ऐसे में जिला प्रशासन ने मरीजों को दवा उपलब्ध करवाई है.

जालोर में टीबी के मरीजों को दवा, प्रवासी मरीजों को दवाई, Medicine for migrant patients in jalore, Drugs for TB patients in Jalore
लॉकडाउन में फंसे टीबी के मरीजों को दी दवा

जालोर. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में लॉकडाउन लागू है. जिसके चलते लोगों को यथास्थान पर रहने के निर्देश दिए गए. ऐसे में 7 प्रवासी लोगों की जान पर बन आई.

दरअसल ,यह 7 लोग टीबी जैसी घातक बीमारी के मरीज है और दूसरे राज्यों में इनका उपचार चल रहा है, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के चलते यह मरीज समय पर निर्धारित अस्पताल में टीबी की दवाई लेने नहीं जा पा रहे है. ऐसे में स्थानीय चिकित्सा प्रशासन ने अपने स्तर पर पता करके इन टीबी के 7 मरीजों को एक महीने की दवाई उपलब्ध करवाई है.

जालोर में टीबी के मरीजों को दवा, प्रवासी मरीजों को दवाई, Medicine for migrant patients in jalore, Drugs for TB patients in Jalore
लॉकडाउन में फंसे टीबी के मरीजों को दी दवा

ये पढ़ेंः कोरोना की मार: जालोर का 'लाल' भीलवाड़ा में जरूरतमंद परिवारों का बना सहारा

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जो प्रवासी लाॅकडाउन के कारण जालोर जिले में आ गये हैं और टीबी के मरीज है. उन लोगों को संबंधित चिकित्सा संस्थानों की ओर से नियमित डाट्स उपचार पद्धति से दवाई लेने के लिए पाबंद किया गया था. इनके पास दवाईयां खत्म हो गई थीं. जीवनरक्षा के लिये नियमित रूप से दवाईओं का लेना भी आवश्यक था. ऐसे में जानकारी जुटा कर प्रवासियों को एक माह की टीबी की दवाईयां उपलब्ध करवाई गई.

भीनमाल बीसीएमओ डाॅ. दिनेश विश्नोई ने बताया कि भीमनाल में 7 टीबी के रोगी जो की कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात के सूरत, अहमदाबाद और जोधपुर के मरीज हैं. इनमें गंभीर टीबी रोगी (एमडीआर टीबी) भी सम्मिलित है, ऐसे में इन मरीजों के जीवन को बचाने के लिए उनको जालोर के भीनमाल से दवाई उपलब्ध करवाई गई है.

ये पढ़ेंः खबर का असर: कोरोना पॉजिटिव का शव देने वाले PBM अस्पताल के अधीक्षक पर गिरी गाज, पद से हटाया

संबंधित चिकित्सा संस्थानों पर ही मिलती है दवाई

टीबी की रोकथाम को लेकर मरीजों को जांच करवाने के बाद संबंधित चिकित्सा संस्थान से ही लगातार दवाई लेनी होती है, लेकिन इस बार यह मरीज लॉकडाउन के दौरान संबंधित अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे थे. जिसके कारण सरकार ने संबंधित संस्थानों से जानकारी लेकर दवाईयां उपलब्ध करवाई गई है.

जालोर. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में लॉकडाउन लागू है. जिसके चलते लोगों को यथास्थान पर रहने के निर्देश दिए गए. ऐसे में 7 प्रवासी लोगों की जान पर बन आई.

दरअसल ,यह 7 लोग टीबी जैसी घातक बीमारी के मरीज है और दूसरे राज्यों में इनका उपचार चल रहा है, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के चलते यह मरीज समय पर निर्धारित अस्पताल में टीबी की दवाई लेने नहीं जा पा रहे है. ऐसे में स्थानीय चिकित्सा प्रशासन ने अपने स्तर पर पता करके इन टीबी के 7 मरीजों को एक महीने की दवाई उपलब्ध करवाई है.

जालोर में टीबी के मरीजों को दवा, प्रवासी मरीजों को दवाई, Medicine for migrant patients in jalore, Drugs for TB patients in Jalore
लॉकडाउन में फंसे टीबी के मरीजों को दी दवा

ये पढ़ेंः कोरोना की मार: जालोर का 'लाल' भीलवाड़ा में जरूरतमंद परिवारों का बना सहारा

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जो प्रवासी लाॅकडाउन के कारण जालोर जिले में आ गये हैं और टीबी के मरीज है. उन लोगों को संबंधित चिकित्सा संस्थानों की ओर से नियमित डाट्स उपचार पद्धति से दवाई लेने के लिए पाबंद किया गया था. इनके पास दवाईयां खत्म हो गई थीं. जीवनरक्षा के लिये नियमित रूप से दवाईओं का लेना भी आवश्यक था. ऐसे में जानकारी जुटा कर प्रवासियों को एक माह की टीबी की दवाईयां उपलब्ध करवाई गई.

भीनमाल बीसीएमओ डाॅ. दिनेश विश्नोई ने बताया कि भीमनाल में 7 टीबी के रोगी जो की कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात के सूरत, अहमदाबाद और जोधपुर के मरीज हैं. इनमें गंभीर टीबी रोगी (एमडीआर टीबी) भी सम्मिलित है, ऐसे में इन मरीजों के जीवन को बचाने के लिए उनको जालोर के भीनमाल से दवाई उपलब्ध करवाई गई है.

ये पढ़ेंः खबर का असर: कोरोना पॉजिटिव का शव देने वाले PBM अस्पताल के अधीक्षक पर गिरी गाज, पद से हटाया

संबंधित चिकित्सा संस्थानों पर ही मिलती है दवाई

टीबी की रोकथाम को लेकर मरीजों को जांच करवाने के बाद संबंधित चिकित्सा संस्थान से ही लगातार दवाई लेनी होती है, लेकिन इस बार यह मरीज लॉकडाउन के दौरान संबंधित अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे थे. जिसके कारण सरकार ने संबंधित संस्थानों से जानकारी लेकर दवाईयां उपलब्ध करवाई गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.