जालोर. जिले के सांचोर व चितलवाना क्षेत्र गांवों में 13 दिसम्बर माह में टिड्डी ने पहली बार धावा बोला था. उसके बाद पूरे महीने टिड्डी इसी क्षेत्र में रह कर रबी की फसल को नुकसान पहुंचाती रही. अब एक बार फिर से पाकिस्तान की ओर से बड़ी संख्या में डिड्डियों के झुंड ने धावा बोल दिया है.
बाड़मेर जिले के सेड़वा उपखण्ड क्षेत्र से टिड्डी जालोर के गांवों में प्रवेश कर रही थी. ऐसे में प्रशासन ने चितलवाना विकास अधिकारी को मशीनरी के साथ बाड़मेर जिले की सीमा पर तैनात कर रखा है. जो टिड्डी को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चला रहे है, लेकिन टिड्डियों की संख्या ज्यादा होने के कारण कन्ट्रोल नहीं कर पा रहे है.
पढ़ेंः राजस्थान री आस: किसान मांगे लागत का दो गुना मूल्य, बाहर से अनाज की खरीद भी हो बंद
वहीं टिड्डी दल के हमले से किसान सहमे हुए थे कि शनिवार शाम अचानक गुजरात बॉर्डर की तरफ से एक ओर बड़े टिड्डी दल ने जालोर की सीमा में प्रवेश कर लिया. जिसके बाद अब किसानों के रातों की नींद उड़ी हुई है. गुजरात की तरफ से बड़ा टिड्डी दल कुकड़िया गांव में पहुंच गया.
टिड्डी दलों के हमले की सूचना पर वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई, सांचोर उपखण्ड अधिकारी भूपेंद्र कुमार यादव समेत कई अधिकारी वहां पहुंचे हैं और क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार सुबह स्प्रे मशीनों से टिड्डी को नष्ट करने का अभियान शुरू किया जाएगा.
पढ़ेंः प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए लोग उंगलियों पर दिन गिन रहे हैंः शेखावत
किसानों से सहयोग की प्रशासन ने की अपील
सांचोर व चितलवाना के गांवों में दोनों तरफ से टिड्डी हमले की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और किसानों से टिड्डी को नष्ट करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में सहयोग की अपील की है. प्रशासन ने सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों को सतर्क करते एडवाइजरी जारी कर कहा है कि किसान अपने पास स्प्रे मशीन लगे ट्रेक्टर हैं तो लेकर कुकड़िया पहुंचें. इसके साथ जिसके खेतों में रबी की फसल खड़ी है उन किसानों को अपने खेतों में धुंआ करने को कहा जा रहा है.