जालोर. एसीबी की टीम ने वाडाभाड़वी पंचायत के कनिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी मनरेगा मजदूर से पूरी राशि भुगतान करने के एवज में 7,700 की रिश्वत मांग रहा था. जिसकी शिकायत परिवादी ने जालोर एसीबी को दी. जिसके बाद एसीबी ने रिपोर्ट का सत्यापन करवाया, जिसमें रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई. जिसके अगले दिन एसीबी की टीम ने कनिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
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जिले के बागौड़ा पंचायत समिति के वाडाभाड़वी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर बुधवार को जालोर एसीबी की टीम ने छापा मारा और कनिष्ठ सहायक बाबू लाल को 7,700 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. आरोपी यह रिश्वत मनरेगा भुगतान की एवज में मांग रहा था. जालोर एसीबी के डीवाईएसपी अन्नराज सिंह राजपुरोहित ने बताया कि 2 नवम्बर को पीड़ित बाबू लाल ने शिकायत दर्ज करवाई कि कनिष्ठ सहायक बाबू लाल चौधरी मनरेगा मजदूरी के पैसों के भुगतान के एवज में 50 प्रतिशत पैसे रिश्वत के मांग रहा है.
एसीबी ने 3 नवम्बर को शिकायत का सत्यापन करवाया, जिसमें शिकायत सही पाई गई. 4 नवम्बर को 7,700 की रिश्वत लेते पंचायत मुख्यालय से आरोपी कनिष्ठ सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया. एसीबी की टीम आरोपी को भीनमाल पुलिस थाने लेकर आई है. फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मनरेगा में 100 दिन पूरा करने में लगातार नाम चलाने के लिए 50 प्रतिशत की राशि मांगी थी. पीड़ित शिकायतकर्ता के 100 दिनों का 15,410 का भुगतान बना था. जिसमें से 7,700 की मांग की थी.