जालोर. जिले में बुधवार को एक साथ 4 पॉजिटिव सामने आए. इसके बाद जिला ग्रीन जोन नहीं रह गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव के गांवों में कर्फ्यू लगा दिया. लेकिन, अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों में दो की ट्रेवल हिस्ट्री ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है.
बताया जा है कि दोनों गुजरात के सूरत से किसी परिचित के ट्रक में बैठकर सायला तक आए थे. उसके बाद सायला से विराणा गांव तक 4 किमी पैदल चले. लेकिन, ट्रक में 40 लोग और भी सवार थे, जो जिले के आसपास के गांवों के थे. ऐसे में अब उस ट्रक से कौन-कौन आया था, ये पता लगाना पुलिस-प्रशासन के बड़ी चुनौती है. प्रशासन उस ट्रक में आने वाले सभी लोगों की खोजबीन कर रहा है.
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बता दें कि गुजरात के सूरत से करीब 5 दिन पहले ये 40 लोग सायला क्षेत्र में पहुंचे. इसमें विराणा गांव के लोगों का स्वास्थ्य खराब होने के कारण जांच कराई गई तो एक गर्भवती महिला और एक अन्य युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
चिकित्सा विभाग ने लिए पीड़ितों के परिजनों के सैंपल
जालोर में कोरोना वायरस के जो पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, उन्हें सूरत से आने के बाद ही होम आइसोलेट किया गया था. कोरोना जांच पॉजिटिव आने के बाद अब चिकित्सा विभाग ने पीड़ितों के परिजनों के कोरोना जांच सैंपल लिए हैं. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा कि अन्य लोग संक्रमित है या नहीं है.
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सीआर पाटिल के वीडियो के बाद बिना परमिशन आए कई प्रवासी
प्रवासियों को लेकर राज्य सरकार द्वारा अनुमति नहीं जारी करके के बाद पहले तो नवसारी सांसद सीआर पाटिल ने वीडियो जारी करके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाए थे. उसके एक दिन बाद एक और वीडियो जारी करके गुजरात के सूरत में रहने वाले प्रवासियों को घर जाने का कह दिया था. साथ में ये भी कहा कि खुद के वाहन में जा सकते है. गुजरात सरकार हाईवे पर आपको अनुमति दे देगी. इसके बाद हजारों की तादाद में प्रवासी गुजरात से आए हैं, जिसमे ज्यादातर प्रवासी सूरत के हैं.