जालोर. जिले में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने आज धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर जिले में कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कोरोना गाइडलाइन की पालना कराने और कोरोना वैक्सीनेशन की दर बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित करने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रशासन के साथ-साथ संतों-मौलवियों द्वारा कही हुई बातों का समाज पर गहरा असर पड़ता है और अलग-अलग धर्मा के प्रतिनिधियों ने विकट परिस्थितियों में हमेशा से ही प्रशासन का सहयोग दिया है. हाल की परिस्थितियां भी मानव मात्र के लिए संकटकाल हैं, जरूरी है कि अब इस बुरे वक्त में एकजुट होकर इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़े.
जिला कलेक्टर ने कहा कि कोरोना की इस लडाई में वैक्सीनेशन सबसे बड़ा हथियार है. उन्होंने सभी धर्मगुरुओं और सामाजिक प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कैंप लगवाने और अपने आसपास के लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने की बात कही. कलेक्टर ने कहा कि आज का युग सूचना प्रौद्योगिकी का युग है. इसलिए धर्मस्थलों की व्यवस्थाएं देखने वाले प्रतिनिधि भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी कर सकते हैं, ताकि कोरोना गाइडलाइन की पालना भी हो सके और दर्शन में भी कोई बाधा नहीं आए.
यह भी पढ़ें- उपचुनाव में जीत का दावा करने के बाद भी भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री को है इस बात का डर !
उन्होंने कहा कि नया कोरोना स्ट्रेन बेहद खतरनाक है, इसमें जरा सी भी लापरवाही जानलेवा हो सकती हैं. इसके लिए जरूरी है कि हम आगे त्योहार और धार्मिक आयोजनों के दिनों में कम से कम लोगों के साथ कोरोना गाइडलाइन की पूरी पालना करते हुए कार्यक्रम करें. इसके अलावा अलग-अलग उदाहरण देते हुए कहा कि जिन-जिन क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण के दौर को लापरवाही से लिया गया, वहां की स्थितियां बेहद भयावह हुई है और अनेकों प्रकार के नुकसान का सामना करना पड़ा है.