भीनमाल (जालोर). लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा मार बेसहारा और श्रमिकों पर पड़ रही है. इन लोगों के लिए कई भामाशाह और सामाजिक संस्थाएं मदद का हाथ बढ़ा रही हैं. शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूक लोग 'कोई भूखा ना सोए' इस सोच के साथ जुटे हुए हैं.
लॉकडाउन होने के बाद कई तरह से मदद के लिए हाथ आगे आये हैं. उसमें से एक है भारत विकास परिषद भीनमाल के कार्यकर्ता जो प्रतिदिन 200 खाने के पैकेट बनाकर टोली बनाकर निकल जाते हैं और उन्हें जरूरतमन्दों तक पहंचा रहे हैं.
लॉक डाउन को लेकर मदद का हर सम्भव प्रयास रहेगा
भारत विकास परिषद के अध्यक्ष संजीव माथुर ने बताया कि हर सम्भव मदद के प्रयास रहेंगे. प्रतिदिन 200 पैकेट खाने के गरीब बस्तियों, घुमक्कड़ परिवार जन सहित जरूरतमन्दों को वितरित किया जा रहा है. अनवरत आगे भी भारत विकास परिषद की ओर से पैकेट की वितरण व्यवस्था रहेगी. जिसके चलते कोई परिवार जन भूखा ना सोए.
पढ़ेंः गहलोत सरकार 3 चरणों में खत्म करेगी Lockdown, शुरुआती चरण में इन्हें मिलेगी छूट
इस दौरान मंगलवार को सरकारी अस्पताल, शांति कॉलोनी, जुंजाणी रोड, कराड़ा नाडा, भील बस्ती, गणेश नाड़ी भील बस्ती, घुमन्तु कचरा बीने वाले मजदूरों को वितरण किये गए. इस मौके पर डॉक्टर प्रेमराज परमार, संजीव माथुर, अमृतलाल प्रजापत, मिठालाल जांगिड़, भरत अग्रवाल, देवेन्द्र भंडारी, सुरेश वैष्णव, सुरेश जांगिड़, जोरावरसिंह मौजूद रहे.