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जालोर के रानीवाड़ा पंचायत समिति की आम बैठक में दिखा विधायक-प्रधान में तकरार

जालोर के रानीवाड़ा पंचायत समिति में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिए पंचायत समिति की साधारण बैठक बुलाई गई थी, लेकिन प्रधान और विधायक के कारण बैठक मजाक बन कर रह गई. वहीं बाद में विधायक ने प्रधान के गैरमौजूदगी में बैठक कर ली.

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जालोर के रानीवाड़ा पंचायत समिति की आम बैठक में दिखा विधायक-प्रधान में तकरार
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Published : Dec 6, 2019, 3:49 PM IST

रानीवाड़ा ( जालोर). रानीवाड़ा पंचायत समिति में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिए पंचायत समिति की साधारण बैठक बुलाई गई, लेकिन प्रधान और विधायक के कारण बैठक मजाक बन कर रह गई. पहले 1 बजे तक कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर प्रधान रमिला मेघवाल ने बैठक को स्थगित कर दिया, लेकिन क्षेत्र के विकास कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने का हवाला देकर विधायक नारायण सिंह देवल ने 2 बजे पंचायत समिति की बैठक ली.

जालोर के रानीवाड़ा पंचायत समिति की आम बैठक में दिखा विधायक-प्रधान में तकरार

जिसके कारण पंचायत समिति परिसर में होने के बावजूद भी ग्राम विकास अधिकारी सहित कई कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुए. ऐसे में विधायक नारायण सिंह देवल ने पहले एसडीएम सहित अधिकारियों को बैठक के लिए निर्देश दिए और बाद में बैठक आयोजित हुई, लेकिन ग्राम विकास अधिकारियों को नदारद देखकर विधायक गुस्सा गए और जिला परिषद के सीईओ को फोन किया.

उसके बाद सीईओ ने एसडीएम को कॉल करके बैठक में कर्मचारियों को बुलाने के निर्देश दिए. ऐसे में मात्र 8 ग्राम विकास अधिकारी ही बैठक में आए. जिसके चलते विधायक ने नाराजगी जताते हुए पंचायत समिति के विकास अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आम जनता से जुड़े विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही विकास अधिकारी को कहा कि आप मिट्टी के पुतले की तरह यहां पर कार्य कर रहे हो.

यह भी पढ़ें- पंचायत समिति साधारण सभा की बैठक बनी मजाक, नहीं पहुंचे कई विभागों के अधिकारी

बता दें कि जिले की सभी पंचायत समितियों में बैठक आज बुलाई गई थी. ऐसे में रानीवाड़ा पंचायत समिति में भी बैठक बुलाई गई. जिसमें सभी विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए थे, लेकिन विधायक नारायण सिंह देवल के पहुंचने के कारण प्रधान रमीला मेघवाल ने कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर बैठक को स्थगित कर दिया. जिसके बाद विधायक देवल ने अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें विकास अधिकारी सहित कई अधिकारियों को जनता के काम रोकने का आरोप लगाते हुए खरी खोटी सुनाई.

वहीं रानीवाड़ा प्रधान रमिला मेघवाल ने बताया कि 1 बजे बैठक का आयोजन होना था. मैं पहुंची भी थी, लेकिन कोरम पूरा नहीं हो पाया. जिस पर बैठक को स्थगित कर आगामी दिनों में रखी जाएगी. उसके बाद अगर बैठक आयोजित हुई है, तो उसकी मुझे जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ें- महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार को लेकर हल्लाबोल! व्यापारियों ने रानीवाड़ा बाजार किया बंद

वहीं रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रस्ताव को लेकर एक सर्कुलर जारी हुआ था. जिसको लेकर जिले के सभी पंचायत समितियों पर बैठक का होना जरूरी था. यह इतनी महत्वपूर्ण बैठक थी, अगर नहीं करते तो हमारे यहां से इस योजना का एक भी प्रस्ताव नहीं जाता. इसलिए बैठक आयोजन होना जरूरी था. प्रधान जी क्यों नहीं आए. उनके अध्यक्षता में ही बैठक का आयोजन होता है. ग्राम विकास अधिकारी नहीं आए तो सीईओ को अवगत करा दिया है. बिना कारण ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित रहे तो जरूर उन पर कार्रवाई होगी.

रानीवाड़ा ( जालोर). रानीवाड़ा पंचायत समिति में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिए पंचायत समिति की साधारण बैठक बुलाई गई, लेकिन प्रधान और विधायक के कारण बैठक मजाक बन कर रह गई. पहले 1 बजे तक कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर प्रधान रमिला मेघवाल ने बैठक को स्थगित कर दिया, लेकिन क्षेत्र के विकास कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने का हवाला देकर विधायक नारायण सिंह देवल ने 2 बजे पंचायत समिति की बैठक ली.

जालोर के रानीवाड़ा पंचायत समिति की आम बैठक में दिखा विधायक-प्रधान में तकरार

जिसके कारण पंचायत समिति परिसर में होने के बावजूद भी ग्राम विकास अधिकारी सहित कई कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुए. ऐसे में विधायक नारायण सिंह देवल ने पहले एसडीएम सहित अधिकारियों को बैठक के लिए निर्देश दिए और बाद में बैठक आयोजित हुई, लेकिन ग्राम विकास अधिकारियों को नदारद देखकर विधायक गुस्सा गए और जिला परिषद के सीईओ को फोन किया.

उसके बाद सीईओ ने एसडीएम को कॉल करके बैठक में कर्मचारियों को बुलाने के निर्देश दिए. ऐसे में मात्र 8 ग्राम विकास अधिकारी ही बैठक में आए. जिसके चलते विधायक ने नाराजगी जताते हुए पंचायत समिति के विकास अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आम जनता से जुड़े विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही विकास अधिकारी को कहा कि आप मिट्टी के पुतले की तरह यहां पर कार्य कर रहे हो.

यह भी पढ़ें- पंचायत समिति साधारण सभा की बैठक बनी मजाक, नहीं पहुंचे कई विभागों के अधिकारी

बता दें कि जिले की सभी पंचायत समितियों में बैठक आज बुलाई गई थी. ऐसे में रानीवाड़ा पंचायत समिति में भी बैठक बुलाई गई. जिसमें सभी विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए थे, लेकिन विधायक नारायण सिंह देवल के पहुंचने के कारण प्रधान रमीला मेघवाल ने कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर बैठक को स्थगित कर दिया. जिसके बाद विधायक देवल ने अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें विकास अधिकारी सहित कई अधिकारियों को जनता के काम रोकने का आरोप लगाते हुए खरी खोटी सुनाई.

वहीं रानीवाड़ा प्रधान रमिला मेघवाल ने बताया कि 1 बजे बैठक का आयोजन होना था. मैं पहुंची भी थी, लेकिन कोरम पूरा नहीं हो पाया. जिस पर बैठक को स्थगित कर आगामी दिनों में रखी जाएगी. उसके बाद अगर बैठक आयोजित हुई है, तो उसकी मुझे जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ें- महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार को लेकर हल्लाबोल! व्यापारियों ने रानीवाड़ा बाजार किया बंद

वहीं रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रस्ताव को लेकर एक सर्कुलर जारी हुआ था. जिसको लेकर जिले के सभी पंचायत समितियों पर बैठक का होना जरूरी था. यह इतनी महत्वपूर्ण बैठक थी, अगर नहीं करते तो हमारे यहां से इस योजना का एक भी प्रस्ताव नहीं जाता. इसलिए बैठक आयोजन होना जरूरी था. प्रधान जी क्यों नहीं आए. उनके अध्यक्षता में ही बैठक का आयोजन होता है. ग्राम विकास अधिकारी नहीं आए तो सीईओ को अवगत करा दिया है. बिना कारण ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित रहे तो जरूर उन पर कार्रवाई होगी.

Intro:रानीवाड़ा ( जालोर)- रानीवाड़ा पंचायत समिति में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिये पंचायत समिति की साधारण बैठक बुलाई गई, लेकिन प्रधान व विधायक के कारण बैठक मजाक बन कर रह गई। पहले 1 बजे तक कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर प्रधान रमिला मेघवाल ने बैठक को स्थगित कर दिया, लेकिन क्षेत्र के विकास कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने का हवाला देकर विधायक नारायण सिंह देवल ने 2 बजे पंचायत समिति के बैठक हाल में बैठक ली। प्रधान की हठधर्मिता के कारण की बैठक स्थगित ,पंचायत समिति के परिसर में मौजूद थे ग्राम विकास अधिकारी, लेकिन बैठक में नहीं आए, 33 ग्राम पंचायतों में से 12 सरपंच, 8 विडीयो व 2 पंचायत समिति सदस्य रहे उपस्थित,विधायक बोले माफ करना , आज गुस्सा आ गया
Body:रानीवाड़ा ( जालोर)- रानीवाड़ा पंचायत समिति में ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों पर चर्चा करने के लिये पंचायत समिति की साधारण बैठक बुलाई गई, लेकिन प्रधान व विधायक के कारण बैठक मजाक बन कर रह गई। पहले 1 बजे तक कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर प्रधान रमिला मेघवाल ने बैठक को स्थगित कर दिया, लेकिन क्षेत्र के विकास कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने का हवाला देकर विधायक नारायण सिंह देवल ने 2 बजे पंचायत समिति के बैठक हाल में बैठक ली। जिसके कारण पंचायत समिति परिसर में होने के बावजूद भी ग्राम विकास अधिकारी सहित कई कांग्रेस समर्थित जनप्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुए। ऐसे में विधायक नारायण सिंह देवल ने पहले एसडीएम सहित अधिकारियों को बैठक के लिए निर्देश दिए, बाद में बैठक आयोजित ली, लेकिन ग्राम विकास अधिकारियों को नदारद देखकर विधायक गुस्सा गए और जिला परिषद के सीईओ को फ़ोन किया। उसके बाद सीईओ ने एसडीएम को कॉल करने बैठक में कर्मचारियों को बुलाने के निर्देश दिए। ऐसे में मात्र 8 ग्राम विकास अधिकारी ही बैठक में आये। जिसके चलते विधायक ने नाराजगी जताते हुए पंचायत समिति के विकास अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आम जनता से जुड़े विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही विकास अधिकारी को कहा कि आप मिट्टी के पुतले की तरह यहां पर कार्य कर रहे हो।

प्रधान की हठधर्मिता के कारण की बैठक स्थगित

जिले की सभी पंचायत समितियों में बैठक आज बुलाई गई थीं। ऐसे में रानीवाड़ा पंचायत समिति में भी बैठक बुलाई गईं। सभी विभाग के अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी पहुंच गए थे, लेकिन विधायक नारायण सिंह देवल के पहुंचने के कारण प्रधान रमीला मेघवाल ने कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर बैठक को स्थगित कर दिया। जिसके बाद विधायक देवल ने अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें विकास अधिकारी सहित कई अधिकारियों को जनता के काम रोकने का आरोप लगाते हुए खरी खरी सुनाईं।

पंचायत समिति के परिसर में मौजूद थे ग्राम विकास अधिकारी, लेकिन बैठक में नहीं आए


प्रधान रमिला मेघवाल व विधायक नारायण सिंह के बीच चल रहे टकराव के कारण प्रधान ने बैठक को स्थगित कर दिए। जिसके बाद विधायक ने अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें ग्रामसेवक बैठक में शामिल नहीं हुए, जबकि ज्यादातर ग्राम सेवक पंचायत समिति परिसर में ही घूम रहे थे।


ऐसे में विकास कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधि कितने सजग है इसका


साधारण सभा की बैठक गुरुवार को प्रस्तावित थी लेकिन कोरम के अभाव में प्रधान रमीला मेघवाल ने बैठक 1:00 बजे पूर्व स्थगित कर दिया। वही 2:00 बजे विधायक नारायण सिंह देवल ने पंचायत समिति सभागार में बैठक के लिए उपस्थित हुए तब केवल उपखंड अधिकारी तहसीलदार वह विधायक एवं 12 सरपंच ही मौजूद थे एवं ग्राम सेवक नदारद थे विधायक ने जब जिला कलेक्टर एवं जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी से बात की तब जाकर 8 ग्राम सेवक आधे से कम उपस्थित हुए।

साधारण सभा की बैठक को लेकर विधायक देवल व प्रधान मेघवाल हुए मिडिया से रुबरु

रानीवाड़ा प्रधान रमिला मेघवाल ने बताया कि 1:00 बजे बैठक का आयोजन होना था मैं पहुंची भी थी लेकिन कोरम पूरा नहीं हो पाया। जिस पर बैठक को स्थगित कर आगामी दिनों में रखी जाएगी। उसके बाद अगर बैठक आयोजित हुई है तो उसकी मुझे जानकारी नहीं है। वही रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रस्ताव को लेकर एक सर्कुलर जारी हुआ था। जिसको लेकर जिले के सभी पंचायत समितियों पर बैठक का होना जरूरी था। यह इतनी महत्वपूर्ण बैठक थी अगर नहीं करते तो हमारे यहां से इस योजना का एक भी प्रस्ताव नहीं जाता। इसलिए बैठक आयोजन होना जरूरी था। प्रधान जी क्यों नहीं आए उनके अध्यक्षता में ही बैठक का आयोजन होता है। ग्राम विकास अधिकारी नहीं आए तो सीईओ को अवगत करा दिया है।बिना कारण ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित रहे तो जरूर उन पर कार्रवाई होगी।

33 ग्राम पंचायतों में से 12 सरपंच, 8 विडीयो व 2 पंचायत समिति सदस्य रहे उपस्थित

रानीवाड़ा पंचायत समिति में कुल 33 ग्राम पंचायत है लेकिन साधारण सभा की बैठक में 12 सरपंच, 8 ग्राम विकास अधिकारी एवं 2 पंचायत समिति सदस्य उपस्थित रहे।


विधायक बोले माफ करना , आज गुस्सा आ गया

साधारण सभा की बैठक में विधायक नारायणसिंह देवल ने रानीवाड़ा पंचायत समिति के विकास अधिकारी को लंबे समय से रुके पड़े कार्यो को सही ढंग से करवाया नहीं जा रहा है इसको लेकर विधायक देवल विकास अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। विधायक बोले सरकार की मंशा के अनुरूप काम हो वहीं उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने में बहुत बड़ा दुख हो रहा है कि 4 महीनों से आप टेंडर नहीं खोल रहे हो पता नहीं किसके दबाव में आप काम कर रहे हो कहीं लोग कहते हैं कि पंचायत समिति से हमारे कागज निकाल दिए यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है इससे लोगों में अच्छा मैसेज नहीं जाता है वहीं विधायक बोले माफ करना इसलिए भाजपा के कार्यकाल में मैंने विकास अधिकारी को दबाव में दबाव में लाकर एक भी काम नहीं करवाया। आप अधिकारी हो सरकार सरकार आपको प्रत्येक महीने का वेतन देती है कम से कम सही ढंग से तो काम करो। वहीं विधायक ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को कहा कि मैं हमेशा सीधे स्वभाव का व्यक्ति हूं लेकिन पंचायत समिति के अंदर सही ढंग से काम नहीं हो पा रहे हैं इसको लेकर मुझे गुस्सा आ गया। माफ करना।

बाइट - नारायण सिंह देवल
विधायक रानीवाङा

रमीला मेघवाल
प्रधानConclusion:
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