आहोर (जालोर). उपखंड क्षेत्र के घाणा गांव के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है. परिसर में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को पूरी दवाएं नहीं मिल रही हैं. साथ ही अस्पताल में डॉक्टरों की भी भारी कमी है. जिसकी वजह से इलाके के लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. लेकिन जिला प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
भले ही सरकार की तरफ से मरीजों को मुफ्त दवा उपलब्ध कराने के लाख दावे किए जाएं. लेकिन जमीनी स्तर जिला प्रशासन के अधिकारी इन दावों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. हालात ये हैं कि, घाणा गांव के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र का सही ढंग से रख रखाव भी नहीं हो रहा है. ऐसे में अब ग्रामिणों ने अब फैसला किया है कि वो, सोमवार को बड़ी संख्या में स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर देखरेख करेंगे और आगे की कारवाई के लिए रणनीति तैयार करके जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे.
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घाणा के सरपंच कानाराम ने बताया कि, ये स्वास्थ्य केंद्र पीपी मोड पर संचालित हो रहा है, जिसके कारण सरकार इस और ध्यान नहीं दे रही हैं. हमने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को इस बारे में कई बार अवगत करवाया है. उनको बताया है कि, स्वास्थ्य केंद्र पर दवा उपलब्ध नहीं होने की वजह से मरीज काफी परेशान हो रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.