जालोर. लॉकडाउन के चलते कोटा में फंसे छात्रों को शुक्रवार को स्पेशल बसों से जालोर के लिए रवाना किया गया था, जो शनिवार को पहुंचे थे. ऐसे में जिला मुख्यालय पर सभी छात्रों का स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग करके अपने अपने घरों के पास सरकारी स्कूलों में क्वॉरेंटाइन किया जाना था, जबकि सांचोर क्षेत्र की छात्राओं को अरणाय के कस्तूरबा स्कूल में रखा गया था.
स्कूल में छात्राओं के पहुंचने के बावजूद कोई व्यवस्था नहीं थी. कमरों में मृत कबूतरों के शव बिखरे पड़े थे, जिसके बाद छात्राओं ने अपने अपने कमरों की सफाई की. साथ में समय पर खाना भी नहीं दिया गया था. ऐसे में छात्राओं द्वारा सफाई करते के फोटा सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारी को आरोप पत्र दिया गया है.
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जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि मुख्य ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी सांचोर के पूनमचंद को क्वॉरेंटाइन सेन्टर राजकीय भवन कस्तुरबां गांधी आवासीय विद्यालय अरणाय के प्रभारी बनाया था. उनकी जिम्मेदारी थी कि स्कूल में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें, लेकिन इसमें लापरवाही बरती गई.
जिसके कारण उनको सी.सी.ए.नियम 17 के तहत आरोप पत्र जारी किया है. आरोप पत्र में स्पष्ट किया गया है कि प्रभारी अधिकारी द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर पर साफ-सफाई और भोजन की व्यवस्था निर्देशों के अनुसार समय रहते नहीं करने के कारण यह आरोप पत्र जारी किया गया हैं.