जालोर. जिले के सांचौर व चितलवाना में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने शुक्रवार की देररात रात दस्तक दी थी. जिसके बाद से लगातार तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो चुकी है. जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए है. वणधर बांध भी ओवरफ्लो हो चुका है. जिसके चलते जालोर एसपी और कलेक्टर ने भी बांध का जायजा लिया. साथ ही प्रशासन ने लोगों से नदी नालों में बहते पानी को क्रॉस नहीं करने की अपील की है.
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बिजली के पोल और पेड़ गिरे, भारी नुकसानः चक्रवाती तूफान बिपरजॉय शुक्रवार की देर रात को जिले के सांचौर व चितलवाना से होकर गुजरा. इस दौरान तूफान ने क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचाया. तूफान के चलते कई जगहों पर बड़े-बड़े पेड़ धरासाई हो गए. वहीं एक हजार से ज्यादा बिजली के पोल टूटने से सांचौर व चितलवाना में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई. जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर रात को 11 बजे के आसपास में बाड़मेर के बाखासर से सांचौर व चितलवाना क्षेत्र के गांवों में तूफान ने प्रवेश किया था. इसके बाद पूरी रात करीबन दस घंटे तक तेज हवा के साथ बारिश का दौर गांवों में जारी रहा. वहीं तेज हवा के चलते सांचौर शहर की ज्यादातर गलियों ने पेड़ों के गिरने के साथ आवागमन बाधित रहा. नेशनल हाइवे 68 पर एक पेट्रोल पंप पर लगा शेड भी उड़ गया.
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गांवों में 24 घंटों से बिजली गुलः बिपरजॉय के चलते दो दिनों से चल रही तेज हवाओं के कारण पिछले 24 घंटों से सांचौर व चितलवाना क्षेत्र के गांवों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद पड़ी है. सांचौर शहर में भी जगह-जगह बिजली के पोल गिरने के चलते 10 घंटों से बिजली आपूर्ति ठप है. इसको शुरू करने के लिए डिस्कॉम की टीम लगी हुई है.
प्रशासन रहा अलर्ट, नहीं हुई कोई जनहानिः चक्रवात तूफान को लेकर जालोर जिला कलेक्टर निशांत जैन, एसपी मोनिका सैन सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने सांचौर में कैंप करके पल-पल नजर बनाए रखी थी. नेहड़ क्षेत्र के एसडीएम हनुमाना राम जाट ने भी मोर्चा संभाल रखा था. एसडीएम जाट ने बताया कि इस क्षेत्र में कहीं पर जनहानि की जानकारी नहीं मिली है.
ग्रामीण क्षेत्रों के नदी नाले भी उफान परः जिले से बिपरजॉय तूफान के गुजर जाने के बाद मूसलाधार बारिश के कारण हालत बाढ़ जैसे हो गए हैं. जालोर जिले के भीनमाल, करड़ा, रानीवाड़ा सांचौर का संपर्क भी टूट चुका हैं. इसके अलावा क्षेत्र के गांवों में नदी नाले भी उफान पर चल रहे है. जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तेज बारिश के बाद नदी नालों में पानी की आवक बढ़ने के चलते वणधर बांध भी ओवरफ्लो हो चुका है. जिसके चलते जालोर जिला कलेक्टर निशांत जैन व एसपी मोनिका सैन ने देर शाम को जायजा लिया.
सांचौर व चितलवाना में सबसे ज्यादा हालत खराबः बिपरजॉय तूफान के गुजर जाने के बाद से लगातार तेज बारिश जारी है. जिसके कारण सांचौर व चितलवाना क्षेत्र में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. सांचौर में 200 एमएम व चितलवाना में 250 से ज्यादा एमएम की बारिश दर्ज की जा चुकी है. अभी तक बारिश जारी है. जिसके कारण कई कच्ची बस्तियों में जल भराव हो गया है. सांचौर शहर के मुख्य बाजार सहित हाड़ेचा रोड पर तीन से चार फीट तक जल भराव हो चुका है. साथ में नेशनल हाइवे 68 पर भी तीन फीट जल भराव हो गया है. लगातार तेज बारिश के कारण नेशनल हाइवे 68 की सड़क भी जगह जगह से टूट गई है.
कई इलाके जलमग्नः जालोर जिले में कई इलाके शनिवार तक जलमग्न हो गए. शुक्रवार देर रात बाद शुरू हुई मूसलाधार बारिश का दौर शनिवार दिन भर चला. कई बरसाती नदी और नालों में पानी की आवक तेज गति से हुई, जिससे ओवरफ्लो के कारण रिहायशी इलाकों में पानी भर गया. सड़कों पर पानी भरने के कारण जिले के कई रास्तों पर आवागमन बाधित हुआ. भीनमाल की कोढ़ी नदी में भी पानी की चादर चलने के बाद आसपास के इलाकों में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ. कई जगह बिजली के पोल गिरने की खबर है. दर्जनों पेड़ भी धराशाई हो गए, हालांकि जिले में जनहानि के समाचार नहीं है, लेकिन रेल सेवा और सड़क यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है. अधिशासी अधिकारी प्रकाश डूडी के नेतृत्व में पालिका टीम ने शहर में विभिन्न स्थानों पर तूफान से गिरे पेड़ों को हटाया. अवरुद्ध रास्तों पर यातायात सुचारू करवाया गया. प्रशासन भी हालात पर नजर बनाए हुए है. कलेक्टर निशांत जैन और एसपी मोनिका सेन ने वणधर गांव पहुंचकर बांध का जायजा लिया.
जालोर के रेवतड़ा गांव में पिछले कई घंटों से तेज हवा के साथ बारिश जारी है. इलाके के लोग पिछले कई घंटों से अपने घरों में बैठे हैं, लाइट नहीं होने से पूरे गांव में अंधेरा छाया हुआ है. मेडा-छिपरवाडा रोड पर तेज हवा और बारिश से बोलेरो पलट गई, इस हादसे में पांच लोग घायल हो गए. रानीवाड़ा इलाके में पूर्व विधायक रतन देवासी ने ग्रामीण इलाकों का जायजा लिया. अभी तक 160 गावों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है. रानीवाड़ा के पास करवाड़ा में भी सड़कों पर पानी का तेज बहाव बना हुआ है. जिले के बूगांव के जसवंतपुरा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सरकारी स्कूल का टीनशैड तूफान से गिर गया.