भीनमाल (जालोर). राजस्थान के हजारों प्रवासी व्यापार और मजदूरी करने के लिए अन्य राज्यों में बसे हुए हैं. लॉकडाउन के चलते वो वहीं ही अटक गए हैं. जिसको लेकर कई दिनों से वो राजस्थान आने की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर कई बार उम्मीद जगी, मगर मुकाम तक नहीं पहुंच पाई. इस कारण प्रवासी केंद्र और राज्य सरकार से भी निराश दिखाई दे रहे हैं.
गृह मंत्रालय के नए आदेश के बाद जगी उम्मीद
लॉकडाउन को लेकर देशभर में विभिन्न राज्यों में प्रवासी अटके हुए हैं, जिन्हें लाने के लिए गृह मंत्रालय से आदेश जारी हुए हैं. जिसमें उन्हें अन्य राज्यों से अपने घर लाया जाएगा. मगर अभी तक शर्तें और नियम की गाइडलाइन का विवरण नहीं आया है. जिसको लेकर प्रवासी इंतजार कर रहे हैं. कैसे, कब, कहां से और कौन-कौन आ सकेगा, इसका अभी भी इंतजार है. केंद्र सरकार इसको लेकर जल्द विवरण जारी करेगी.
हजारों की संख्या में प्रवासी अटके हुए हैं देश भर में
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण हजारों की संख्या में प्रवासी बंधु जिले से देशभर के विभिन्न राज्यों में अटके हुए हैं. देश के गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, चेन्नई, बेंगलुरु, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों में जालोर जिले के हजारों प्रवासी बड़ी संख्या में अटके हुए हैं. जो कई दिनों से राजस्थान अपने घर आने के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं.