जैसलमेर. जिले में मिलिट्री स्टेशन में ईरान से आए भारतीयों का आखिरी ग्रुप गुरुवार को लेह के लिए रवाना कर दिया गया है. इस ग्रुप में ईरानी से आए 6 भारतीय शामिल थे. अब मिल्ट्री स्टेशन स्थित वेलनेस सेंटर खाली हो गया है.
वहीं केंद्र सरकार अन्य देशों में फंसे भारतीयों को लाने की योजना बना रही है. इस बीच जानकारी मिली है कि अब विदेशों से आने वाले लोगों को भी एहतियात के तौर पर क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. ऐसे में जैसलमेर में भी इन्हें क्वॉरेंटाइन किए जाने की संभावना है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों जैसलमेर में 484 भारतीय नागरिकों को ईरान से एयरलिफ्ट करके मिलिट्री स्टेशन के आइसोलेशन वार्ड कम वेलनेस सेंटर में रखा गया था. इन सभी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. जबकि क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने पर हुई आखिरी जांच में 6 कोरोना संक्रमित पाए गए थे.
उसके बाद सभी की दोबारा जांच की गई. जिसमें धीरे-धीरे कर 33 पॉजिटिव निकले थे, जिन्हें उपचार के लिए जोधपुर भेजा गया. उसके अलावा जो भी पीछे रह गए थे, उन्हें वापस भेजने का सिलसिला शुरू कर दिया गया. जम्मू कश्मीर के रहने वालों को श्रीनगर भेजा गया और लेह लद्दाख के रहने वालों को लेह भेजा गया है.
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गुरुवार को आखिरी ग्रुप में बचे 6 लोगों को लेह के लिए रवाना कर दिया गया. अब जैसलमेर में कोई ईरानी भारतीय शेष नहीं है. गौरतलब है कि ईरान में कोरोना के संकट के बीच केंद्र सरकार ने वहां फंसे भारतीयों को निकाला था और उनमें से 484 भारतीयों को जैसलमेर 15, 16 और 18 मार्च को तीन चारणों में 5 अलग-अलग विशेष विमानों से लाया गया था. जिन्हें मिलिट्री स्टेशन के वेलनेस सेंटर में शिफ्ट किया गया था.