जैसलमेर. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद- 370 हटने के बाद पाकिस्तान की ओर से दी जा रही धमकियां और दिखाए जा रहे उग्र तेवरों में अब पिछले 3-4 दिनों से नर्मी देखने को मिल रही है. हाल ही में इसका ताजा उदाहरण दखने को मिला. बता दें कि पाकिस्तान सरकार की ओर से तीन दिन पूर्व एक आदेश जारी कर भारत से थार एक्सप्रेस और समझौता एक्सप्रेस से अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गए यात्रियों को अब वापस भारत लौटाने की पहल करते हुए उन्हें रिलेक्सेशन देते हुए उनका रूट बदल कर उन्हें वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते फुट रूट से भारत लौटने की सुविधा प्रदान की. उसके बाद पाक में फंसे हुए भारतीय नागरिकों के पैदल मार्ग के जरिए भारत लौटने का क्रम शुरू हो गया है.
इसी कड़ी में सरहदी जिले जैसलमेर का एक परिवार जो अपने 8 सदस्यों के साथ पाकिस्तान अपने रिश्तेदारों से मिलने और ईद मनाने के लिए मुनाबाव रूट से थार एक्सप्रेस के जरिए गया था. वो वाघा फुट रूट से अपने देश लौट आया है. वहीं शुक्रवार को वे अपने गांव भी पहुंच गए. पाक से लौटे दरियाखान ने बताया कि भारत से पाकिस्तान जाते समय उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई थी. लेकिन वहां पहुंचने के बाद कश्मीर में अनुच्छेद- 370 हटाने के बाद जो स्थिति बनी उसके कारण उन्हें वापस लौटने मे बहुत परेशानियां हुई. खास तौर पर जब उनके साथ चार छोटे बच्चें और दो महिलाएं भी थी.
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पाक से भारत लोटे परिवार के रिश्तेदार रोजे खां ने बताया कि उनके परिवार को यहां तक आने में बहुत दिक्कतें आई. यहां से पाकिस्तान जाने के लिए जो खर्च आया उससे कई गुणा अधिक खर्च वापस भारत लोटने में लग गया. साथ ही शारीरिक और मानसिक रूप से भी उन्हें पीड़ा हुई. लेकिन अब उनका परिवार सकुशल भारत लौट आया है तो उन्होनें राहत की सांस ली है. बताया जाता है कि पाकिस्तान सरकार ने यह भी निर्देष दिये है कि जिन यात्रियों की वीजा अवधि समाप्त नहीं हुई है. वे पाक में आराम से रह सकते है. उन्हें किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होगी.