पोकरण (जैसलमेर). पोकरण की सांकड़ा पंचायत समिति की पहली बैठक में अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला. यहां अधिकतर महिला प्रतिनिधि घूंघट निकाले बैठी नजर आई. बैठक जिला प्रमुख ले रहे थे. ऐसे में इन सरपंच महिलाओं ने घूंघट की ओट से ही क्षेत्र की समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा.
पंचायत समिति सभागार में पंचायत समिति सांकड़ा की साधारण सभा की इस बैठक में महिला सरपंचों के साथ कई अन्य प्रतिनिधि बैठक में भाग लेने चले आए थे, इस पर विकास अधिकारी गौतम चौधरी ने अन्य लोगों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए बैठक से बाहर कर दिया. साथ ही सभी सरपंचों और समिति सदस्यों को हर बैठक अटेंड करने की बात कही.
बैठक में जिला प्रमुख प्रताप सिंह ने पोकरण के ग्रामीण क्षेत्रों की जन समस्याएं जल्द निपटाने और नई योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिकारी और सरपंच मिलकर काम करने की बात कही. उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायतों में सरपंच को साथ लेकर कार्य किया जाए, ताकि आमजन को योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले तथा गांव का विकास हो.
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बैठक में मुख्य अतिथि प्रधान भगवतसिंह तंवर ने कहा कि पंचायत समिति सांकड़ा की ग्राम पंचायतों में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. ऐसे में सदन और प्रशासनिक अधिकारियों को आपस में सामंजस्य बनाकर पंचायत समिति क्षेत्र का विकास करना चाहिए. इस अवसर पर विकास अधिकारी गौतम चौधरी ने उपस्थित अधिकारियों के सामने सरपंचों की समस्याओं को रखा और बैठक का संचालन किया.
बैठक के दौरान ग्राम पंचायत रामदेवरा के सरपंच समंदरसिंह और ग्राम पंचायत धौलिया के सरपंच शिवरतन विश्नोई ने अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अधिकारियों को घेरा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को छह माह पूर्व कार्य के प्रस्ताव लिए गए लेकिन अभी तक गांवों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ. उन्होंने घरों के ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों को हटाने के संबंध में डिस्कॉम अधिकारयों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए.