जैसलमेर. स्वर्ण नगरी में इन दिनों आवारा पशुओं के लोगों को घायल करने के मामले सामने आ रहे हैं. बता दें, कि शहर में स्थित पर्यटन स्थलों सहित मुख्य बाजार में आवारा पशुओं द्वारा लगातार स्थानीय निवासियों सहित कई देशी-विदेशी पर्यटकों को घायल किया जा रहा है, लेकिन नगर परिषद के पास इसका कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है.
वहीं जब नगरपरिषद सभापति हरीवल्लभ कल्ला से आवारा पशुओं की रोकथाम को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा, कि आवारा पशुओं की रोकथाम के लिए कार्य योजना बना ली गयी है. जिसके तहत आगामी दिनों में कार्रवाई करते हुए आवारा पशुओं की धरपकड़ शुरू की जाएगी. पकड़े गए आवारा गोवंश पर एक टैग लगाया जाएगा.
उसके बाद इन गोवंश को तुलसी गौशाला में रखा जाएगा. यदि 7 दिन के भीतर मालिक पशु को छुड़वाने आता है तो उससे निर्धारित दण्ड राशि वसूल कर पशु सुपुर्द कर दिया जाएगा. इसके बाद ऐसे गोवंश जिनके मालिक उन्हें लेने नहीं आते हैं, तो उन्हें भादरिया राय गौशाला में भेज दिया जाएगा.
सभापति ने कहा, कि इस कार्य योजना से शहर में घूम रहे आवारा पशु से निजात मिल सकेगी. लेकिन आवारा कुत्तों पर कार्रवाई को लेकर सभापति ने कहा, कि केंद्र सरकार के विभाग की रोक के चलते उन्हें पकड़ा नहीं जा सकता लेकिन फिर भी उचित कार्रवाई करने का प्रयास किया जाएगा.
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जैसलमेर के मुख्य शहर और भीतरी भाग में संकरी गलियां और तंग रास्तों के बीच में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे वहां से आने- जाने का रास्ता बंद हो जाता है. ऐसे में वहां से गुजरने वाली पैदल एवं वाहन चालकों को खासी परेशानी होती है और कई बार यातायात भी प्रभावित होता है.