पोकरण (जैसलमेर). जिले के फलसूंड क्षेत्र के स्वामीजी की ढाणी पंचायत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में सोमवार को टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान एसएलटी जितेन्द्र बिस्सा ने टीबी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 3 महीने से अधिक समय से किसी को खांसी होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बलगम की जांच नि:शुल्क करवाई जा सकती है.
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एसएलटी जितेन्द्र बिस्सा ने कहा कि अगर किसी को टीबी होती है वो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर इसकी रोकथाम के लिए डॉट्स का 6 माह का कोर्स नि:शुल्क प्राप्त कर सकता है. वहीं, हेल्थ काउंसलर सुनील कुमार ने बताया कि टीबी संक्रमण बीमारी से ग्रसित लोगों को हर माह सरकार की ओर से 500 रुपये उनके खाते में वितरित किया जाता है, जिससे संक्रमित व्यक्ति पौष्टिक आहार प्राप्त कर सके. राज्य सरकार व केंद्र सरकार टीबी कार्यक्रम को लेकर अति गंभीर है. वहीं, साल 2025 तक भारत टीबी मुक्त होगा.
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पोकरण नगरपालिका सभागार में डे एएनयूएलएम योजना के तहत 13 महिलाओं को चेक वितरित
पोकरण नगर पालिका के सभागार में सोमवार को डे एएनयूएलएम योजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की बैठक रखी गई. बैठक में नगर पालिका के अध्यक्ष मनीष पुरोहित, अधिशासी अधिकारी तौफीक अहमद, जिला प्रबंधक ललित कुमार लोढा, रविकुमार ओझा मोरारका फाउंडेशन से जुगना स्वामी, रजनीकांत, सामुदायिक संगठन के सीओ छगनलाल आदि उपस्थित रहे. बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष ने स्वयं सहायता समूह की 13 महिलाओं को रिवॉल्विंग फंड के लिए 10 हजार रुपये के चेक दिए गए. इस दौरान समूह के बारे में विस्तार से समझाया गया. नगर पालिका के अध्यक्ष मनीष पुरोहित ने कहा कि सभी सहायता समूहों को रोजगार कमाने के लिए सभी सहायता समूहों को एक साथ रहकर कार्य करना चाहिए. उन्होंने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कई योजनाएं संचालित की गई है. लेकिन, लोगों को जानकारी के अभाव में लोग योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे है. उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार संगठनों के माध्यम से लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रही है. ऐसे संगठनों का हमेशा सहयोग कर कार्य करना चाहिए. वहीं, जिला प्रबंधक ललित कुमार लोढ़ा ने कहा कि सरकार की योजनाएं एक संस्था व संगठन के माध्यम से लोगों को रोजगार कार्यो में जोड़ने की कड़ी है. इस कड़ी से लोगों को रोजगार मिल रहा है. उन्होंने सभी महिलाओं को सरकार की योजनाओं की जानकारी लेकर अपने मोहल्लों एवं वार्डों में लोगों को लाभ दिलवाने का आह्वान किया. उन्होंने डे एनयूएलएम संगठन में जोड़कर योजनाओं का लाभ प्राप्त करने की अपील की. इस दौरान सामुदायिक संगठन के सीओ छगनलाल ने कहा कि पोकरण शहर में अब भी कई संगठनों के माध्यम से महिला सहायता समूह बने हैं, लेकिन ये महिलाएं अपने वार्डो में समय–समय पर योजनाओं का प्रचार प्रसार करती हैं. निश्चित तौर पर महिलाएं सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकती हैं. साथ ही नगरपालिका सभागार में एक दिवसीय बैठक में डे एएनयूएलएम योजना के तहत पोकरण शहर की 13 महिलाओं को 10-10 हजार चेक वितिरत किए गए.