जैसलमेर. प्रदेश में चल रहे निकाय चुनाव के घमासान के बीच जहां भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपने अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं. वहीं, इसी कड़ी में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया बुधवार को सरहदी जिले जैसलमेर के दौरे पर रहे.
जैसलमेर पहुंचे पूनिया ने जिला भाजपा संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जिले में निकाय चुनाव के माहौल के संबंध में फीडबैक लिया. पूनिया ने भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों से चुनावी रणनीति को लेकर भी मुलाकात की.
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इस मौके पर मीडिया से रूबरू होते हुए पूनिया ने कहा कि निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रारम्भ से ही कन्फ्यूजन में रही है. पहले सभापति के सीधे चुनाव का निर्णय लेकर और फिर उसके बाद हाईब्रिड मॉडल लागू करने और बाद में अपनी ही पार्टी के विरोध के चलते उसे बदलना साफ जाहिर करता है कि कांग्रेस निकाय चुनाव को लेकर किस कदर बौखलाई हुई है. पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार की एक साल की विफलताओं का जवाब देते हुए जनता इस बार भाजपा के पक्ष में मतदान करेगी और निकाय चुनाव में कमल का फूल खिलेगा.
पूनिया ने मंगलवार रात को बाड़मेर में केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और सांसद हनुमान बेनीवाल पर हुए हमले के मामले में प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज बाकी ही नहीं है. प्रदेश के गृहमंत्री के रूप में गहलोत ने सरकार बनने के बाद पुलिस से संवादहीनता रखी है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ समय में राजस्थान, अपराध के आंकड़ों में देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आता जा रहा है. बाड़मेर में केन्द्रीय मंत्री पर हमला होने के मामले में पूनिया ने सरकार की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले में पूरी जानकारी ली. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब मंत्री और सांसद ही सुरक्षित नहीं है तो आमजन का क्या हाल होगा.
वहीं, महाराष्ट्र में सरकार को लेकर चल रहे संकट पर बात करते हुए पूनिया ने कहा कि भाजपा ने गठबंधन की परम्परा का निर्वहन किया और शिवसेना के साथ एक ईमानदार अलायंस बनाकर चुनाव लड़ा लेकिन चुनाव के बाद सत्ता के लालच ने शिवसेना के ईमान को डिगा दिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा जहां कहीं भी अलायंस में रही है, वहां पूरी इमानदारी से उसे निभाया भी है. ऐसे में शिवसेना से भी उम्मीद की जा रही थी कि वो एक साथी संगठन के रूप में महाराष्ट्र की जनता के जनादेश का सम्मान करे. उन्होंने कहा कि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व और सरकारी स्तर पर महाराष्ट्र के संकट का समाधान करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि इसका समाधान जल्द ही निकल जाएगा.