जैसलमेर. जिले में शुक्रवार को राज एपिकॉन के तीसरे वार्षिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ. इस दौरान ह्रदय रोग जैसी घातक बीमारियों पर चर्चा की गई. आयोजन में जिले में कार्यरत चिकित्सकों ने भी हिस्सा लिया और अपना अनुभव साझा किया.
आयोजन कमेटी के चेयरमैन डॉ.मनोज लखोटिया, साइंटिफिक कमेटी के चेयरमैन डॉ. संदीप टॉक और सेक्रेट्री डॉ. गौतम भंडारी सहित देश और विदेश से कई डॉक्टर शामिल हुए. इस दौरान डॉ. मनोज लखोटिया ने बताया कि साइंटिफिक प्रोग्राम में विभिन्न विशेषज्ञों और चिकित्सकों की ओर से लाइलाज बीमारियों के इलाज हेतु शोध पत्र प्रस्तुत किए गए हैं.
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इस दौरान यू.एस.ए. से डॉक्टर अर्पिता लखोटिया ने जीन थेरेपी पर विशेष चर्चा की. साथ ही जीन थेरेपी से भविष्य में लाइलाज बीमारियों के इलाज की संभावनाओं पर शोध पत्र प्रस्तुत किया. इस दौरान विभिन्न चिकित्सकों ने अपने-अपने क्षेत्र से बीमारियों के इलाज और उनके निदान हेतु विशेष जानकारियां साझा की,जिसमे डॉ. संजीव सांघवी ने हृदय रोग और डॉ अरविंद गुप्ता ने ओबेसिटी पर अपने विचार रखे. चिकित्सकों का कहना है कि इस प्रकार के आयोजन से डॉक्टरर्स अपना नॉलेज अपडेट करते हैं. जिसे वो अपनी प्रैक्टिस में शामिल कर मरीजों के बेहतर उपचार के लिए प्रयोग में लाते हैं.