जैसलमेर. बदलते मौसम की वजह से जिले में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है. जिला मुख्यालय स्थित जवाहर चिकित्सालय में मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई हैं और डॉक्टरों के कमरों और आउटडोर में भारी संख्या में मरीज दिखाई दे रहे हैं. इसके साथ ही पर्ची लेने के लिए भी लंबी कतारें लगी हुई दिखाई दे रही है.
मरीजों को डॉक्टर को दिखाने और जांच कराने के लिए जहां पहले घंटों इंतजार करना पड़ता था वहीं अब जैसलमेर के राजकीय चिकित्सालय में पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों की उपलब्धता के चलते मरीजों को इस समस्या से छुटकारा जरूर मिला है. इन दिनों सुबह से ही अस्पताल में मरीजों के आने का सिलसिला जारी हो जाता है. पर्ची के लिए और उसके बाद दवाई के काउंटर पर भीड़ साफ तौर पर देखी जा सकती है. वार्ड भी भर्ती हुए मरीजों से भरे हुए नजर आ रहे हैं. मौसम में आये बदलाव से मरीजों में बच्चों और बुजुर्गो की संख्या सर्वाधिक रही है.
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राजकीय चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ दिनेश जांगिड़ का कहना है कि मौसम में बदलाव होने के कारण बच्चों में इसका असर देखने को मिल रहा है. उनकी ओपीडी सामान्य दिनों से तीन गुना तक ज्यादा भर गयी है. मौसम के बदलाव के कारण बच्चों में सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर के मरीज ही अधिक आ रहे हैं. समय पर इलाज नहीं करवाने और लापरवाही बरतने के कारण कुछ बच्चे निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं. डॉ जांगिड़ ने कहा की सर्दी जुखाम और बुखार होने पर तुरंत ही मरीज को चिकित्सक को दिखाना चाहिए और बच्चों का तो विशेष ध्यान रखा जाए तो मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.