ETV Bharat / state

पाक विस्थापित को 10 साल बाद मिली भारतीय नागरिकता, कलेक्टर टीना डाबी ने दिया प्रमाणपत्र

author img

By

Published : Dec 2, 2022, 10:49 PM IST

जैसलमेर जिले में शुक्रवार को जिला कलेक्टर टीना डाबी ने वर्ष 2012 में भारत आए एक पाक विस्थापित डॉ. खोजराज सिंह को नागरिकता प्रमाण पत्र (Pak migrant gets Indian citizenship) देकर भारतीय नागरिकता प्रदान की.

Pak migrant gets Indian citizenship
Pak migrant gets Indian citizenship

जैसलमेर. जिला कलेक्टर टीना डाबी ने वर्ष 2012 में भारत आए एक पाक विस्थापित डॉ. खोजराज सिंह पुत्र मेहताब सिंह को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर भारतीय नागरिकता प्रदान की. नागरिकता प्रमाण पत्र (Pak migrant gets Indian citizenship) को पाते हुए पाक विस्थापित डॉ. सिंह का चेहरा खिल उठा. उन्होंने जिला कलेक्टर टीना डाबी सहित राज्य सरकार और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया.

उल्लेखनीय है कि डॉ. मेहताब सिंह 2012 में पाकिस्तान के सनघर सिंध जिले से भारत आए थे और जैसलमेर में रह रहे थे. लेकिन गत 10 वर्षों से भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे थे. ये अपने वर्ष 2019 से लंबित नागरिकता आवेदन को लेकर जिला कलक्टर टीना डाबी से मिले. कलक्टर ने इनके आवेदन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए निर्धारित प्रक्रिया के तहत इनके भारतीय नागरिकता प्रदान करने सम्बंधी आदेश जारी कर दिए.

पढ़ें. इन तकनीकी खामियों के चलते पाकिस्तान लौटने को मजबूर हैं पाक विस्थापित हिंदू

नागरिकता मिलने पर डॉ. मेहताब सिंह ने बताया कि हम जैसलमेर में गत एक दशक से रह रहे थे. लेकिन हम इसी चिंता में रहते थे कि हमें नागरिकता मिलेगी या नहीं. लेकिन नागरिकता मिलने के बाद अब हम तनाव मुक्त हो गए हैं. पहले हम जैसलमेर जिले से बाहर नहीं जा सकते थे, लेकिन अब हम पूरे देश में घूम सकेंगे. यहां अपनी प्रॉपर्टी खरीद सकेंगे और बच्चों का एडमिशन भी करा सकेंगे. इस तरह भारतीय नागरिकता सरकार की हमारे लिए बड़ी सौगात है.

जैसलमेर. जिला कलेक्टर टीना डाबी ने वर्ष 2012 में भारत आए एक पाक विस्थापित डॉ. खोजराज सिंह पुत्र मेहताब सिंह को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर भारतीय नागरिकता प्रदान की. नागरिकता प्रमाण पत्र (Pak migrant gets Indian citizenship) को पाते हुए पाक विस्थापित डॉ. सिंह का चेहरा खिल उठा. उन्होंने जिला कलेक्टर टीना डाबी सहित राज्य सरकार और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया.

उल्लेखनीय है कि डॉ. मेहताब सिंह 2012 में पाकिस्तान के सनघर सिंध जिले से भारत आए थे और जैसलमेर में रह रहे थे. लेकिन गत 10 वर्षों से भारतीय नागरिकता का इंतजार कर रहे थे. ये अपने वर्ष 2019 से लंबित नागरिकता आवेदन को लेकर जिला कलक्टर टीना डाबी से मिले. कलक्टर ने इनके आवेदन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए निर्धारित प्रक्रिया के तहत इनके भारतीय नागरिकता प्रदान करने सम्बंधी आदेश जारी कर दिए.

पढ़ें. इन तकनीकी खामियों के चलते पाकिस्तान लौटने को मजबूर हैं पाक विस्थापित हिंदू

नागरिकता मिलने पर डॉ. मेहताब सिंह ने बताया कि हम जैसलमेर में गत एक दशक से रह रहे थे. लेकिन हम इसी चिंता में रहते थे कि हमें नागरिकता मिलेगी या नहीं. लेकिन नागरिकता मिलने के बाद अब हम तनाव मुक्त हो गए हैं. पहले हम जैसलमेर जिले से बाहर नहीं जा सकते थे, लेकिन अब हम पूरे देश में घूम सकेंगे. यहां अपनी प्रॉपर्टी खरीद सकेंगे और बच्चों का एडमिशन भी करा सकेंगे. इस तरह भारतीय नागरिकता सरकार की हमारे लिए बड़ी सौगात है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.