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मतदाता सूची से हटा पाक विस्थापित भारतीय नागरिकों का नाम, विरोध में उतरे लोग

पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आए पाक विस्थापितों को लंबे समय के बाद भारतीय नागरिकता मिली और उसके बाद से लगातार वो अपने मताधिकार का प्रयोग कर भारतीय लोकतंत्र में अपनी हिस्सेदारी निभा रहे हैं, लेकिन अब उनका यह अधिकार छीना जा रहा है.

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Published : Jan 9, 2020, 5:37 PM IST

Rajasthan Panchayat Election, राजस्थान पंचायत चुनाव 2020
Pak displaced Indian citizens name removed from voter list

जैसलमेर. जिले की नवसृजित पंचायत समिति मोहनगढ़ के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बाहला के ग्रामीणों के नाम मतदाता सूची से हटाने पर विवाद गहरा गया है. इस मामले को लेकर पाक विस्थापितों के साथ अन्य ग्रामीणों ने जिनके नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इसे सुधारने की गुहार लगाई है.

मतदाता सूची से नाम हटाने पर विरोध, इनमें से अधिकांश पाक विस्तापित भारतीय नागरिक

जानकारी के अनुसार पंचायतीराज चुनाव 2020 के तहत प्रथम चरण में होने वाले मतदान में ग्राम पंचायत बाहला के पंच एवं सरपंच के चुनाव होने हैं. 3 जनवरी को प्रकाशित हुई अंतिम मतदाता सूची में इन ग्रामीणों का नाम शामिल था, लेकिन जब यह कल हो रहे नामांकन के लिए गये तो देखा कि इनके नाम मतदाता सूची से गायब है. इसके बाद मतदाता सूची देखने पर पता चला कि बाहला ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 9 से पाक विस्थापितों जो अब भारतीय नागरिक हैं उनके 35 से 36 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं और वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के.

पढे़ंः अपराधियों के साथ सांठगांठ का आरोप, कोटा शहर के 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 2 की रेंज भी बदली

ग्रामीणों का कहना है कि उनका नाम ग्राम पंचायत बाहला से पृथक कर दूसरी पंचायत में जोड़ा गया है जो उनसे 40 किलोमीटर दूर है और बाहला मात्र 5 किलोमीटर. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है.

बुधवार को नामांकन के दौरान जब इनका नामांकन दाखिल नहीं दिया तो विरोध तेज हो गया. नाम कटने के बाद सभी लोग जिला कलेक्टर निवास के सामने पहुंचे. ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता से मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी दी. ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ कुछ अन्य मतदाताओं के भी नाम काटे गए हैं और कुल 41 मतदाता जिनके नाम मतदान सूची से पृथक किए गए हैं.

पढे़ंः PAK से आई आफत के खात्मे के लिए 'टिड्डी किलर मंत्री' ने बना दी किसान सेना

जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि उन्हें उनके मताधिकार से वंचित ना किया जाए साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेकर शीघ्र ही कार्रवाई कर उनके नाम वापस बाहला ग्राम पंचायत में ही जोड़े जाएं. ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनको न्याय नहीं मिलता है तो वे चुनाव आयोग और न्यायालय तक जाएंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे.

जैसलमेर. जिले की नवसृजित पंचायत समिति मोहनगढ़ के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बाहला के ग्रामीणों के नाम मतदाता सूची से हटाने पर विवाद गहरा गया है. इस मामले को लेकर पाक विस्थापितों के साथ अन्य ग्रामीणों ने जिनके नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इसे सुधारने की गुहार लगाई है.

मतदाता सूची से नाम हटाने पर विरोध, इनमें से अधिकांश पाक विस्तापित भारतीय नागरिक

जानकारी के अनुसार पंचायतीराज चुनाव 2020 के तहत प्रथम चरण में होने वाले मतदान में ग्राम पंचायत बाहला के पंच एवं सरपंच के चुनाव होने हैं. 3 जनवरी को प्रकाशित हुई अंतिम मतदाता सूची में इन ग्रामीणों का नाम शामिल था, लेकिन जब यह कल हो रहे नामांकन के लिए गये तो देखा कि इनके नाम मतदाता सूची से गायब है. इसके बाद मतदाता सूची देखने पर पता चला कि बाहला ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 9 से पाक विस्थापितों जो अब भारतीय नागरिक हैं उनके 35 से 36 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं और वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के.

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ग्रामीणों का कहना है कि उनका नाम ग्राम पंचायत बाहला से पृथक कर दूसरी पंचायत में जोड़ा गया है जो उनसे 40 किलोमीटर दूर है और बाहला मात्र 5 किलोमीटर. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है.

बुधवार को नामांकन के दौरान जब इनका नामांकन दाखिल नहीं दिया तो विरोध तेज हो गया. नाम कटने के बाद सभी लोग जिला कलेक्टर निवास के सामने पहुंचे. ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता से मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी दी. ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ कुछ अन्य मतदाताओं के भी नाम काटे गए हैं और कुल 41 मतदाता जिनके नाम मतदान सूची से पृथक किए गए हैं.

पढे़ंः PAK से आई आफत के खात्मे के लिए 'टिड्डी किलर मंत्री' ने बना दी किसान सेना

जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि उन्हें उनके मताधिकार से वंचित ना किया जाए साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेकर शीघ्र ही कार्रवाई कर उनके नाम वापस बाहला ग्राम पंचायत में ही जोड़े जाएं. ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनको न्याय नहीं मिलता है तो वे चुनाव आयोग और न्यायालय तक जाएंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे.

Intro:पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आए पाक विस्थापितों को लंबे समय के बाद भारतीय नागरिकता मिली और उसके बाद से लगातार वो अपने मताधिकार का प्रयोग कर भारतीय लोकतंत्र में अपनी हिस्सेदारी निभा रहे हैं, लेकिन अब उनका यह अधिकार छीना जा रहा है। यह कहना है जैसलमेर की नवसृजित पंचायत समिति मोहनगढ़ के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बाहला के ग्रामीणों का। इस मामले को लेकर पाक विस्थापितों के साथ अन्य ग्रामीणों ने जिनके नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं आज जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इसे सुधारने की गुहार लगाई।


Body:जानकारी के अनुसार पंचायतीराज चुनाव 2020 के तहत प्रथम चरण में होने वाले मतदान में ग्राम पंचायत बाहला के पंच एवं सरपंच के चुनाव होने हैं। 3 जनवरी को प्रकाशित हुई अंतिम मतदाता सूची में इन ग्रामीणों का नाम शामिल था, लेकिन जब यह कल हो रहे नामांकन के लिए गये तो देखा कि इनके नाम मतदाता सूची से गायब है। इसके बाद मतदाता सूची देखने पर पता चला कि बाहला ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 9 से पाक विस्थापितों जो अब भारतीय नागरिक है उनके 35 से 36 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं और वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के। ग्रामीणों का कहना है कि उनका नाम ग्राम पंचायत बाहला से पृथक कर दूसरी पंचायत में जोड़ा गया है जो उनसे 40 किलोमीटर दूर है और बाहला मात्र 5 किलोमीटर। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है।


Conclusion:कल नामांकन के दौरान जब इनका नामांकन दाखिल नहीं करने दिया गया तो विरोध के बाद कल शाम से ही यह सभी जिला कलेक्टर निवास के सामने पहुंचे। आज यह ग्रामीण जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिले और मामले की पूरी जानकारी दी। ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ कुछ अन्य मतदाताओं के भी नाम काटे गए हैं और कुल 41 मतदाता जिनके नाम मतदान सूची से पृथक किए गए हैं। आज जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि उन्हें उनके मताधिकार से वंचित ना किया जाए साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेकर शीघ्र ही कार्रवाई कर उनके नाम वापस बाहला ग्राम पंचायत में ही जोड़े जाएं। ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनको न्याय नहीं मिलता है तो वे चुनाव आयोग और न्यायालय तक जाएंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे।

बाईट-1- सोने खान, ग्रामीण
बाईट-2- अमराराम, ग्रामीण
बाईट-3- सांगसिंह भाटी, पूर्व विधायक जैसलमेर
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