जैसलमेर. जिले की नवसृजित पंचायत समिति मोहनगढ़ के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बाहला के ग्रामीणों के नाम मतदाता सूची से हटाने पर विवाद गहरा गया है. इस मामले को लेकर पाक विस्थापितों के साथ अन्य ग्रामीणों ने जिनके नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं, गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इसे सुधारने की गुहार लगाई है.
जानकारी के अनुसार पंचायतीराज चुनाव 2020 के तहत प्रथम चरण में होने वाले मतदान में ग्राम पंचायत बाहला के पंच एवं सरपंच के चुनाव होने हैं. 3 जनवरी को प्रकाशित हुई अंतिम मतदाता सूची में इन ग्रामीणों का नाम शामिल था, लेकिन जब यह कल हो रहे नामांकन के लिए गये तो देखा कि इनके नाम मतदाता सूची से गायब है. इसके बाद मतदाता सूची देखने पर पता चला कि बाहला ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 9 से पाक विस्थापितों जो अब भारतीय नागरिक हैं उनके 35 से 36 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं और वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के.
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ग्रामीणों का कहना है कि उनका नाम ग्राम पंचायत बाहला से पृथक कर दूसरी पंचायत में जोड़ा गया है जो उनसे 40 किलोमीटर दूर है और बाहला मात्र 5 किलोमीटर. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए यह सब किया जा रहा है.
बुधवार को नामांकन के दौरान जब इनका नामांकन दाखिल नहीं दिया तो विरोध तेज हो गया. नाम कटने के बाद सभी लोग जिला कलेक्टर निवास के सामने पहुंचे. ग्रामीणों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता से मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी दी. ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ कुछ अन्य मतदाताओं के भी नाम काटे गए हैं और कुल 41 मतदाता जिनके नाम मतदान सूची से पृथक किए गए हैं.
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जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने गुहार लगाई कि उन्हें उनके मताधिकार से वंचित ना किया जाए साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेकर शीघ्र ही कार्रवाई कर उनके नाम वापस बाहला ग्राम पंचायत में ही जोड़े जाएं. ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उनको न्याय नहीं मिलता है तो वे चुनाव आयोग और न्यायालय तक जाएंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे.