जैसलमेर. विदेशों में बसे राजस्थान मूल के प्रवासियों को विमानों के जरिए अपने गृह प्रदेश लाया जाना है. इसके तहत प्रदेश के जैसलमेर सहित बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर का चयन किया गया है. जहां विभिन्न देशों से लाए जाने वाले राजस्थानियों को 14 दिन क्वॉरेंटाइन पर रखा जाना है. 16 से 22 मई के बीच कभी भी इन प्रवासी राजस्थानियों को लेकर विमान जैसलमेर के सिविल एयरपोर्ट पर उतरेगा.
14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि पूर्ण होने के बाद सभी प्रवासियों की कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए जाएंगे. जांच में नेगेटिव आने वालों को बाद में उनके गृह क्षेत्र में भेजा जा सकता है. वहीं जैसलमेर जिला प्रशासन के स्तर पर विदेशों से लाए जाने वाले प्रवासी राजस्थानियों को ठहराने की व्यवस्था के मद्देनजर होटलों का चिन्हीकरण किया जा रहा है.
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बताया जाता है कि होटल के एक कमरे में एक ही व्यक्ति को रखा जाएगा. कमरे का किराया संबंधित व्यक्ति ही वहन करेगा और प्रशासन को इसके लिए सभी श्रेणी की होटलों की व्यवस्था में जुटा है.
गौरतलब है कि विदेशों से आने वाले लोगों में उच्च आयवर्ग से लेकर मजदूर वर्ग के लोग भी शामिल होंगे, ऐसे में जो प्रवासी होटल का किराया वहन करने की आर्थिक क्षमता नहीं रखते होंगे, उनके लिए निशुल्क कमरे भी मुहैया करवाए जा सकते हैं. प्रशासन ने यूआइटी सचिव के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई है, जो इस संबंध में संबंधित होटल संचालकों से बातचीत कर कमरों की व्यवस्था में जुटी है.
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बता दें कि इससे पहले मार्च माह में जैसलमेर के मिलिट्री स्टेशन में सेना के वेलनेस सेंटर में 484 भारतीय नागरिकों को ईरान से एयरलिफ्ट किया गया था, जिनमें से 33 लोग बाद में कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जिन्हें उपचार के लिए जोधपुर भेजा गया था. ईरान से लाकर जैसलमेर रखे गए भारतीय नागरिक जम्मू, कश्मीर घाटी, लेह, लद्दाख के मूल निवासी थे.