जैसलमेर. जिला कलेक्टर आशीष मोदी जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजों की संख्या एवं जिला अस्पताल में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के प्रति गंभीर दिखाई दे रहे हैं. वे लगभग प्रतिदिन चिकित्सालय का भ्रमण कर कोविड मरीजों के उपचार व्यवस्था एवं ऑक्सीजन प्रबंधन की समीक्षा कर रहे हैं. जिला कलेक्टर मोदी ने मंगलवार 4 मई को भी जवाहिर चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण कर डेडीकेटेड कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी एवं उनको दी जा रही उपचार सेवाएं एवं जीवन रक्षक के लिए दिये जा रहे ऑक्सीजन की विस्तार से जानकारी ली.
चिकित्सक ऑक्सीजन उपयोग का बेहतर प्रबंध करें
जिला कलेक्टर मोदी ने ट्रॉमा सेन्टर में संचालित डेडिकेटेड कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों से उनके उपचार की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने मरीज को दिये जा रहे ऑक्सीजन फ्लो को भी बारीकी से देखा. निरीक्षण के समय उन्होंने चिकित्सकों की टीम अधिकारियों के साथ ऑक्सीजन प्रबंधन पर विस्तार से समीक्षा की एवं कहा कि वे इसमें विशेष भूमिका दिखाकर जरूरतमंद मरीज को ही ऑक्सीजन उपलब्ध करावें एवं उसकी प्रति घण्टे रीडिंग लेकर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर जगर ऑक्सीजन सिलेण्डरों की किल्लत चल रही है. ऐसे में वरिष्ठ एवं कनिष्ठ चिकित्सक आपस में परामर्श करके ऑक्सीजन के उपयुक्त उपयोग पर विशेष फोकस रखे एवं इसका गम्भीरता से पालन करें.
दो से तीन बार वार्ड का राउण्ड करें चिकित्सक
जिला कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे कोविड डेडिकेटेड वार्डों में दिन में दो-तीन बार चिकित्सकों के राउण्ड की व्यवस्था सुनिश्चित करें एवं ऑक्सीजन प्रबंध पर विशेष ध्यान देने के लिए उन्हें निर्देशित करें.
बेहतर कराएं सफाई व्यवस्था
उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे कोविड वार्डों में सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाएं. उन्होंने सख्त हिदायत दी कि कोविड वार्डों में मरीज के साथ एक भी अटेन्डेन्ट नहीं रहे यह कड़ाई के साथ लागू करें एवं नर्सिंग स्टाफ भी भर्ती मरीजों की उपचार के साथ अन्य सेवाएं भी उन्हें दे.
ऑक्सीजन सिलेण्डरों की प्रभावी हो मॉनिटरिंग
जिला कलेक्टर ने ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे अस्पताल के ऑक्सीजन सिलेण्डर वेयरहाउस पर 24 घण्टे कार्मिक तैनात रखें. वहीं सिलेण्डर खाली होते ही अमर शहीद सागरमल गोपा स्कूल में जहां ऑक्सीजन के लिए वेयरहाउस बनाया है. वहां पर तत्काल भेजें. उन्होंने यह भी हिदायत दी कि ऑक्सीजन प्रबंधन की लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही ऑक्सीजन प्लांट में उपयोग में आने के बाद जो सिलेण्डर खाली होते हैं एवं उनमें गैस रहती है, तो उसका उपयोग भी वार्ड में मरीजों के लिए करवाना सुनिश्चित करें.
निरीक्षण के दौरान जिला कोविड प्रभारी एवं यूआईटी सचिव अनुराग भार्गव, व्यवस्था के लिए लगाए गए जिला रसद अधिकारी जब्बर सिंह, उपखण्ड अधिकारी रमेश सीरवी, आयुक्त नगरपरिषद शशिकान्त शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेआर पंवार, समाजसेवी हरीश धनदे, जिला समन्वयक परमसुख सैनी के साथ ही अन्य चिकित्सा अधिकारी भी उपस्थित रहे.