जैसलमेर. मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र के किसानों ने इंदिरा गांधी नहर के अंतिम छोर जीरो आरडी पर रबी की फसलों के लिए पर्याप्त पानी की आवक की मांग को लेकर गुरुवार 4 फरवरी को एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. किसानों ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया था.
किसानों ने कहा कि सौंपे ज्ञापन में बताया गया था कि किसानों को जल्द ही रबी फसल की बारी का पानी नहीं मिला तो किसान आंदोलन करेंगे. लेकिन ज्ञापन देने के बाद भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. ऐसे में जीरो आरडी पर सैकड़ों की संख्या में पहुंच कर किसानों ने यहां विरोध प्रदर्शन किया.
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किसानों ने बताया कि सरकार ने सात बारी पानी 12 मार्च तक देने के लिए निर्धारित किया गया था. लेकिन नहर विभाग की मनमानी के कारण किसानों को पानी की चार बारी ही मिली है और तीन बारी बाकी है, जो समय पर नहीं मिलती है तो किसानों की फसले बर्बाद हो जाएंगी. किसान नेता अचलाराम ने कहा कि यह केवल सांकेतिक धरना था, लेकिन 5 फरवरी से हजारों की संख्या में किसान एकत्रित होकर पूरा पानी लेने के लिए आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को उनके हक का पानी नहीं मिलता है, तब तक किसान जीरो आरडी पर डटे रहेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो उग्र आंदोलन करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो मोहनगढ़ से जैसलमेर-बाड़मेर की ओर जाने वाली पेयजल सप्लाई किसान बंद करेंगे.