पोकरण (जैसलमेर). भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेना के विजय की स्वर्ण जयंती के अवसर पर भारतीय सेना के कोणार्क कोर की ओर से 1971 किलोमीटर लंबी साइकिल रैली का आयोजन किया गया है. गुरुवार को कच्छ जिले में लखपत के बॉर्डर पोस्ट एरिया से यह रैली शुरुआत हुई, जो विभिन्न क्षेत्रों कि यात्रा करते हुए शनिवार को पोकरण से निकलते हुए आगे बढ़ी. रैली गुजरात और राजस्थान के 1971 किलोमीटर क्षेत्र को पार करते हुए 6 दिसम्बर को लोंगेवाला वाला पहुंचेगी. जहां पर इस रैली का समापन होगा.
गौरतलब है कि 3 दिसम्बर को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में भारतीय सेना की जीत का 50 वर्ष पूरा हो रहा है. भारतीय सशस्त्र दल और अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों में साहस की भावना जगाने के उद्देश्य से कोणार्क कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पूरी की ओर से साइकिल रैली की परिकल्पना की गई.
इस रैली के मार्फत ग्रामीण लोगों में कोरोना के प्रति जनजागृति फैलाई जा रही है. इसका मूलभूत थीम सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क सैनिटाइजेशन है. इस रैली के माध्यम से भूतपूर्व सैनिकों, युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों, दिव्यांग जनों तक पहुंचेगी. इस दौरान 1948, 1965 और 1971 के युद्ध के जवानों और वीर नारियों को सम्मानित भी किया जाएगा. इस रैली का 6 दिसंबर,2020 को लोंगेवाला में समापन होगी.
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भूतपूर्व सैनिकों से मिले रैली के सदस्य
शनिवार को साइकिल रैली पोकरण पहुंची. वहीं आशापुरा मंदिर के पीछे हाइवे पर सेना द्वारा कैंप तैयार किया गया. जहां पर साइकिल रैली के सदस्यों ने 1948, 1964 और 1971 के युद्ध में लड़ने वाले भूतपूर्व जवानों से मुलाकात की. इसके साथ ही भूतपूर्व सैनिकों ने अपने अनुभव रैली के सदस्यों से साझा किए. इसके साथ ही लड़ाई के पलों के बारे में उन्हें बताया.