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घुड़दौड़ ने बनाया मरु महोत्सव के अंतिम दिन को खास - मरू महोत्सव 2020

जैसलमेर के विश्व विख्यात मरु महोत्सव का रविवार अंतिम दिन रहा. घोड़ों की रेस ने इस दिन को खास बनाया. जिसे देखने के लिए यहां भारी भीड़ उमड़ी. साथ ही विजेता घुड़सवार को पुरस्कृत भी किया गया.

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मरू महोत्सव का अंतिम दिन घुड़दौड़ का आयोजन
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Published : Feb 9, 2020, 6:53 PM IST

जैसलमेर. विश्व विख्यात मरु महोत्सव के आखिरी दिन रविवार जैसलमेर के दामोदरा गांव के रण में घुड़दौड़ का आयोजन किया गया. घुड़दौड़ का आयोजन जिला प्रशासन की प्रेरणा से लक्ष्मीनाथ घुड़दौड़ संस्थान के भवानी सिंह भाटी और उनकी टीम ने किया.

मरू महोत्सव का अंतिम दिन घुड़दौड़ का आयोजन

इस घुड़दौड़ प्रतियोगिता में गुजरात, राजस्थान सहित भारत के अन्य कई राज्यों से घोड़ों ने हिस्सा लिया. दामोदरा के रण में आयोजित हुई घुड़दौड़ में बड़ी संख्या में घुड़सवारों ने हिस्सा लिया. साथ ही ग्रामीणों, देशी और विदेशी पर्यटकों ने भी घुड़दौड़ का जमकर लुत्फ उठाया.

यह भी पढे़ं- गुरु जंभेश्वर मेले में जाने वाले यात्रियों को मिलेगी सुविधा, मेला स्पेशल ट्रेन का संचालन

इस दौरान बड़ी रेवाल और छोटी रेवाल की कुल 4 प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. इसके साथ ही घोड़ों द्वारा नृत्य भी पेश किया गया और साथ ही कई करतब भी दिखाए गए. इस अवसर पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रतियोगिता में विजेता रहे घुडसवारों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया.

गौरतलब है कि इस बार के मरू महोत्सव में घुड़दौड़ प्रतियोगिता का स्थान लानेला के रण के बजाय दामोदरा परिवर्तित किया गया था, क्योंकि सुरक्षा के मद्देनजर विदेशी सैलानियों के लिए लानेला प्रतिबंधित क्षेत्र है. वहां पर विदेशी सैलानी नहीं जा पाते. पहली बार मरू महोत्सव के दौरान विदेशी सैलानियों ने घुड़दौड़ का जमकर आनंद लिया और इस खुर्द और को अपने कैमरे में कैद भी किया.

जैसलमेर. विश्व विख्यात मरु महोत्सव के आखिरी दिन रविवार जैसलमेर के दामोदरा गांव के रण में घुड़दौड़ का आयोजन किया गया. घुड़दौड़ का आयोजन जिला प्रशासन की प्रेरणा से लक्ष्मीनाथ घुड़दौड़ संस्थान के भवानी सिंह भाटी और उनकी टीम ने किया.

मरू महोत्सव का अंतिम दिन घुड़दौड़ का आयोजन

इस घुड़दौड़ प्रतियोगिता में गुजरात, राजस्थान सहित भारत के अन्य कई राज्यों से घोड़ों ने हिस्सा लिया. दामोदरा के रण में आयोजित हुई घुड़दौड़ में बड़ी संख्या में घुड़सवारों ने हिस्सा लिया. साथ ही ग्रामीणों, देशी और विदेशी पर्यटकों ने भी घुड़दौड़ का जमकर लुत्फ उठाया.

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इस दौरान बड़ी रेवाल और छोटी रेवाल की कुल 4 प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. इसके साथ ही घोड़ों द्वारा नृत्य भी पेश किया गया और साथ ही कई करतब भी दिखाए गए. इस अवसर पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रतियोगिता में विजेता रहे घुडसवारों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया.

गौरतलब है कि इस बार के मरू महोत्सव में घुड़दौड़ प्रतियोगिता का स्थान लानेला के रण के बजाय दामोदरा परिवर्तित किया गया था, क्योंकि सुरक्षा के मद्देनजर विदेशी सैलानियों के लिए लानेला प्रतिबंधित क्षेत्र है. वहां पर विदेशी सैलानी नहीं जा पाते. पहली बार मरू महोत्सव के दौरान विदेशी सैलानियों ने घुड़दौड़ का जमकर आनंद लिया और इस खुर्द और को अपने कैमरे में कैद भी किया.

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Body:विश्व विख्यात मरू महोत्सव के अंतिम और चौथे दिन आज जैसलमेर के दामोदरा गांव के रण में घुड़दौड़ का आयोजन किया गया. घुड़दौड़ का आयोजन जिला प्रशासन की प्रेरणा से लक्ष्मीनाथ घुड़दौड़ संस्थान के भवानी सिंह भाटी एवं उनकी टीम द्वारा किया गया. इस गुड दौड़ प्रतियोगिता में गुजरात,. राजस्थान सहित भारत के अन्य कई राज्यों से घोड़ों ने हिस्सा लिया. दामोदरा के रण में आयोजित हुई घुड़दौड़ में बड़ी संख्या में घुड़सवारओं ने हिस्सा लिया, साथ ही ग्रामीणों एवं देशी एवं विदेशी पर्यटकों ने भी घुड़दौड़ का जमकर लुफ्त उठाया. प्रतियोगिता में बड़ी रेवाल और छोटी रेवाल की कुल 4 प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. इसके साथ ही घोड़ों द्वारा नृत्य भी पेश किया गया और साथ ही कई करतब भी दिखाए गए. इस अवसर पर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रतियोगिता में विजेता रहे घुडसवारों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया.
गौरतलब है कि इस बार के मरू महोत्सव में घुड़दौड़ प्रतियोगिता का स्थान लानेला के रण के बजाय दामोदरा परिवर्तित किया गया था क्योंकि सुरक्षा के मद्देनजर विदेशी सैलानियों के लिए लानेला प्रतिबंधित क्षेत्र है और वहां पर विदेशी सैलानी नहीं जा पाते. पहली बार मरू महोत्सव के दौरान विदेशी सैलानियों ने घुड़दौड़ का जमकर आनंद लिया और इस खुर्द और को अपने कैमरे में कैद भी किया.


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