जैसलमेर. बीते रविवार और सोमवार देर रात सीमा पार पाकिस्तान से आए तेज तूफान ने रबी की बुवाई कर पैदावार ले रहे किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया और रेतीले तूफान ने रेगिस्तान के किसानों की फसलों पर तबाही मचा दी. तेज आंधी से खेतों में पक कर तैयार फसलें लगभग पूरी तरह नष्ट हो गई.
बात करें तो जिले के नहरी क्षेत्र मोहनगढ़ और रामगढ़ सहित नलकूप क्षेत्र के किसानों की फसलों चौपट हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्व विभाग के अफसरों को ओलावृष्टि, आंधी-तूफान से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी (आंकलन) करवाकर प्रभावितों को जल्द राहत देने के निर्देश दिए हैं. इसको लेकर जिला कलेक्टर आशीष मोदी गंभीर दिखाई दे रहे हैं.
जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने जिले के राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि तेज अंधड़ से अपने-अपने क्षेत्राधिकार में हुए नुकसान का आंकलन युद्धस्तर पर कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रस्तुत करें. इसके लिए समय पर सर्वे कार्य किया जा रहा है. सभी उपखण्ड अधिकारियों और तहसीलदारों से कहा गया है कि सर्वे कार्य की गहनता से मॉनिटरिंग करें और अपने क्षेत्र में हुए नुकसान का वास्तविक आकलन करते हुए राहत के प्रस्ताव तत्काल भिजवाएं.
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वहीं जिले के विभिन्न तहसीलदारों की ओर से पटवारियों को विशेष गिरदावरी के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है. जिला कलेक्टर मोदी ने कहा है कि इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से संपादित किया जाना चाहिए ताकि किसानों को जल्द से जल्द राहत की कार्यवाही की जा सके.