जैसलमेर. लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान मोहनगढ़ कस्बे में अतिक्रमण के कई मामले सामने आए हैं. कस्बे के बस स्टैंड से लेकर गली-मोहल्लों और कच्ची बस्तियों में भू-माफिया द्वारा अवैध रूप से कब्जे किए जा रहे हैं. कोरोना के दौरान जहां प्रशासन संक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तो वहीं इसी का फायदा उठाकर कई भू-माफिया ने करोड़ों की सरकारी जमीनों पर कब्जा जमा लिया है. जिसे अब वे महंगे दामों पर बेच रहे हैं.
आलम यह है कि ग्राम पंचायत भवन के 200 से 300 मीटर के दायरे में भू-माफिया ने एक भी जमीन नहीं छोड़ी और उन पर रातों-रात भवन निर्माण करवाने में लग गए. गौरतलब है कि कस्बे की आबादी ग्राम पंचायत के अंडर में है. पंचायत अपने स्तर पर जमीन को लोगों को आवंटित कर सकती है, ताकि ग्राम पंचायत को राजस्व मिल सके. जिससे पंचायत के सौंदर्यीकरण के साथ अन्य विकास कार्य किए जा सकें, लेकिन भू-माफिया की गिद्ध दृष्टि इन जमीनों पर लगी है. जिससे पंचायत को राजस्व की हानि हो रही है.
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कस्बे में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर मोहनगढ़ ग्राम विकास अधिकारी सत्येंद्रसिंह ने बताया कि कोरोना काल के दौरान उनकी प्राथमिकता लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाना था. ऐसे में इस दौरान जिन भू-माफिया ने अतिक्रमण किए हैं, उन सभी अतिक्रमण को हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान मोहनगढ़ कस्बे में हुए अतिक्रमणों को चिन्हित किए जाने की प्रक्रिया जारी है और आगामी कुछ दिनों में इन अतिक्रमणों को चिन्हित करने के बाद इन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.