जैसलमेर. सरहदी जिले जैसलमेर में 46 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही आंधियां सरकारी तंत्र के लिए मुसीबत और स्थानीय लोगों के लिए आफत बनकर आहत कर रही है. आंधियों के चलते गर्मी से निजात जरूर मिली है, लेकिन काफी नुकसान भी जिले को हुआ है. जानकारी के अनुसार तेज आंधियों के कारण जिले को करोड़ों का नुकसान हुआ है, जिसमें 20 लाख से अधिक का नुकसान केवल डिस्कॉम को हुआ है और इसके साथ ही सौर ऊर्जा प्लेट को भी काफी नुकसान पहुंचा है.
आंधियों के कारण जिले में विद्युत पोल टूटने, तारों को नुकसान पहुंचने के कारण दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों में बिजली की आपूर्ति सबसे अधिक प्रभावित हुई है. तेज आंधी के कारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर रेत आ जाने की वजह से एक ओर यातायात प्रभावित हुआ है, वहीं आंधियों के कारण जिले के लाखों लोग प्रभावित हुए हैं. जिले में आए तेज अंधड़ के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में डिस्कॉम के विद्युत तंत्र को तगड़ा झटका लगा है, तेज आंधी के कारण जिलेभर में अलग-अलग क्षमता वाले पोल उखड़ गए हैं और विद्युत लाइनें टूट कर जमीन पर गिर गई.
जैसलमेर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता एनके जोशी ने बताया कि तेज आंधी के कारण डिस्कॉम की ओर से लगाए गए 33 केवी लाइन के 15 पोल, 11 केवी लाइन के 126, 40 केवी के 11 से 12 ट्रांसफार्मर, 15 एलटी लाइंस को नुकसान हुआ है. आंधी के कारण मुख्य रुप से झिनझिनयाली, लखा, आकल, रामगढ़, भणियाणा-राजमथाई, नाचना, 193 आरडी और उनसे लगते ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है और सिटी फीडर के 11 केवी की तार टूट जाने से भी व्यवधान हुआ.
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जोशी ने कहा कि डिस्कॉम की टीम इनकी मरम्मत में जुटी है और अधिकतम जगहों में बिजली चालू हो गई है. गौरतलब है कि जिले में करीब ढाई दशक बाद जून 2018 में आंधी का लंबा दौर चला था और उस दौरान चार पांच दिनों तक अधिकतम 1 किलोमीटर प्रति घंटे की गति वाली हवाओं के साथ उड़ने वाली मिट्टी ने सैकड़ों बिजली के पोल गिरा दिए थे.