कोटा : शहर के थेकड़ा इलाके के शिव सागर कॉलोनी में कोटा विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की है. बड़े स्तर पर यहां पर सरकारी जमीन पर भूखण्ड पर बाउंड्री बनाकर कब्जे किए गए थे. इसके अलावा मकान और बड़े-बड़े फार्म हाउस भी बना लिए गए हैं. इस मामले में कई बार शिकायत हुई और आखिर में लोकायुक्त में शिकायत के बाद कोटा विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई अब शुरू की है. इससे पहले यहां पर अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया था. भाजपा नेता के फार्म हाउस पर भी पीला पंजा चला है. इस अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान गैलेक्सी फार्म हाउस जिस पर 'अग्रवाल फार्म हाउस' लिखा हुआ था, उसे तोड़ा गया. यहां पर संतोष अग्रवाल, पूर्व पार्षद का नाम भी था.
कोटा विकास प्राधिकरण के सचिव कुशल कुमार कोठारी का कहना है कि लंबे समय से अधिकांश की शिकायत मिल रही थी. इस मामले में लोकायुक्त में प्रकरण चल रहा है, जिसके बाद आज अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू की है. आधा दर्जन से ज्यादा बुलडोजर से कार्रवाई करवाई जा रही है. कोटा सिटी पुलिस की इसमें मदद ली है. इसके अलावा केडीए का जाप्ता भी है. अधिकांश भूखंडों पर से कब्जा लिया गया है. यह 28 हेक्टयर जमीन है, जिसकी कीमत करोड़ों में है. कोटा विकास प्राधिकरण के नाम गैर मुमकिन तालाब के रूप में यह दर्ज है. अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू करने के पहले बिजली विभाग केईडीएल के लोगों को बुलाकर इस एरिया की बिजली सप्लाई लाइन को भी कटवाया था.
पढ़ें. कोटा में अतिक्रमण पर केडीए की बड़ी कार्रवाई, अमीन पठान की क्रिकेट अकादमी ध्वस्त
बना दिया सीसी रोड, बेच दिए प्लॉट : अतिक्रमणकारियों ने इस एरिया में एक फार्म हाउस बना रखा था, जिसमें स्विमिंग पूल से लेकर सभी सुविधा थी. यहां पर बड़े स्तर पर पार्टियां हुआ करती थी. दूसरी तरफ करीब 100 के आसपास बड़े-बड़े भूखंड भी यहां पर बना कर काट दिए थे, जिन पर भी बाउंड्री बनाकर भोले वाले लोगों को बेच दिया और उनसे भारी मात्रा में पैसा वसूल लिया था. कोटा विकास प्राधिकरण ने भी प्रारंभिक तौर पर नए अतिक्रमणों पर भी कार्रवाई की है.
कार्रवाई के लिए मंगलवार को भारी पुलिस जाप्ता पहुंचा और मौके पर आरएसी के अलावा होमगार्ड और क्विक एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया. यहां तक कि उम्मेदगंज जाने वाली नहर के मार्ग को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया. साथ ही थेकड़ा और रायपुरा सड़क से शिवसागर की जिस एरिया में अतिक्रमण हटाया जा रहा था, वहां भी किसी व्यक्ति को नहीं आने दिया गया. आसपास के घर और छतों पर खड़े हुए लोगों को भी हटाया गया. पुलिस जाप्ता चारों तरफ नाकेबंदी करता रहा. यहां तक की ड्रोन से भी मॉनिटरिंग से भी अतिक्रमण की कार्रवाई की गई. यह करोड़ों रुपए की जगह है. मौके पर केडीए सचिव कुशल कुमार कोठारी, तहसीलदार सुरेंद्र शर्मा, एडिशनल एसपी मुख्यालय संजय शर्मा, बेनीप्रसाद मीणा, डीएसपी लोकेंद्र पालीवाल, राजेश टेलर व विनोद कुमार आधा दर्जन से ज्यादा थाना अधिकारी मौजूद रहे. इसके अलावा 200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का जाप्ता है.