जैसलमेर. शारदीय नवरात्रि की शुरुआत रविवार से होगी और इसको लेकर घर-घर में तैयारियां की जा रही हैं. नौ दिवसीय अनुष्ठान के इस पर्व को लेकर स्वर्णनगरी के निवासियों और माता के श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है. शहर के मंदिरों में जहां श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. वहीं गरबा मंडल भी प्रतिमा स्थापना, डांडिया आदि को लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं. जिसके चलते बाजारों में रौनक देखी जा सकती है.
वहीं मूर्तिकारों का कहना है कि यह प्रतिमाएं पूरी तरह से इकोफ्रेंडली हैं. जिनमें वाटर कलर का प्रयोग किया जाता है. जिससे पर्यावरण को कोई खतरा नहीं होता है. ये मूर्तियां पानी में कुछ ही समय में घुल जाएंगी और इनसे जलीय जंतुओं को भी कोई नुकसान नहीं होगा. कारीगरों ने कहा कि मिट्टी से माता की मूर्ति बनाना सिर्फ उनका व्यवसाय नहीं, उनकी परंपरा, कला और माता के प्रति उनकी अटूट आस्था है. मूर्ति बनाने के दौरान हम सभी धार्मिक नियमों का पालन करते हैं. साथ ही स्नान के बाद श्रद्धा के साथ मूर्ति का निर्माण करते हैं. सामान के भाव के साथ किराए में वृद्धि हुई है. ऐसे में मूर्तियों के भाव में बढ़ोत्तरी होना स्वभाविक है. मूर्तिकार ने बताया कि श्रृंगार और कद के अनुसार इन प्रतिमाओं की कीमत 200 रुपए से लेकर दस हजार रुपए तक है.
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शारदीय नवरात्रा और दुर्गोत्सव को लेकर मूर्तिकार देवी प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. दुर्गा मूर्ति स्थापना के लिए समितियों के की ओर से मूर्तियों की बुकिंग भी प्रारंभ हो गई है. घरों में चौकी सजाने के लिए लोग माता की छोटी प्रतिमाएं खरीद रहे हैं. लेकिन पंडालों में स्थापित करने के लिए बड़ी प्रतिमाओं की मांग है. जिसे लेकर लोगों में काफी उत्साह है और सभी नवरात्रि के आयोजन को विशेष बनाने में जुटे हुए हैं.