जैसलमेर. स्वर्णनगरी जैसलमेर में दिवाली पर्व की धूम देखने को मिल रही है. दिवाली त्योहार को लेकर जिले के विभिन्न प्रतिष्ठानों पर अलग-अलग मिठाई भी तैयार की गई है. दुकानदारों ने ग्राहकों की मांग के अनुरूप विभिन्न प्रकार की मिठाइयां और अलग-अलग व्यंजन दिवाली पर्व को मद्देनजर रखते हुए तैयार करवाए हैं. दूसरी तरफ दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए जिले के मिठाई विक्रेताओं ने कड़कड़ मिठाई विशेष रूप से तैयार करवाई है.
शरद पूर्णिमा से शुरू हो जाता है मिठाई बनाने का काम : बता दें कि इस कड़कड़ मिठाई को सिर्फ दिवाली के दिन के लिए ही बनाया जाता है. इस मिठाई को लक्ष्मी पूजन में शामिल किया जाता है. इसका प्रसाद के रूप में विशेष महत्व है. यह स्पेशल मिठाई एकदम कांच की तरह दिखती है और इसे दिवाली पर्व पर एक महीने के लिए ही बनाया जाता है. दुकानदार विक्रम चूरा बताते हैं कि यह मिठाई लक्ष्मी जी की सबसे प्रिय मिठाई है, इसलिए इस मिठाई की डिमांड दिवाली के दिनों में जबरदस्त रहती है. उन्होंने बताया कि दिवाली से पहले शरद पूर्णिमा से यह मिठाई बनना शुरू हो जाती है.
ऐसे बनाई जाती है मिठाई : विक्रेता विक्रम चूरा ने बताया कि सामान्य रूप से केवल शक्कर और इलायची से बनाई गई इस कड़कड़ मिठाई को आमजन और विशेष कर बच्चे बेहद चाव से खाते हैं. गर्मागर्म शक्कर के सीरप, जिसमें कूटी हुई इलायची डाली जाती है, उसे मटकियों को उल्टा कर उसके पेंदे पर ढालकर इस कड़कड़ मिठाई को बनाया जाता है. यह मिठाई जितनी पतली होती है उतनी ही अच्छी और खाने में स्वादिष्ट बनती है. गांव से लेकर शहर तक मुख्य रूप से इसकी बिक्री होती है.