जैसलमेर. भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर में उत्तरी भारत में लगातार हो रही बर्फबारी का असर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते धोरों की धरती जैसलमेर में सर्दी के तेवर तेज हो गए हैं.
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तेज सर्द हवाओं के चलते आमजन की दिनचर्या बदल सी गई है और लोग इससे बचने के जतन करते दिखाई दे रहे हैं, साथ ही एकाएक बढ़ी ठंड ने लोगों को घरों में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया है. कल देर रात से ही सर्द हवाओं का दौर चला और अलसुबह ऐसा नजारा देखने को मिला मानो स्वर्णनगरी धुंध के आगोश में समा गई हो.
धुंध के चलते जैसलमेर का सोनार दुर्ग भी कोहरे से ढक गया और दूर से बिल्कुल दिखाई नहीं दे रहा था हालांकि नजदीक जाने पर धुंधला सा जरूर दिखाई दिया. आज अलसुबह से ही आसमान में धुंध छा गई जिसे बहुत कम दूरी तक ही दिखाई दे रहा था जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और वाहन चालकों ने वाहनों की हेडलाइट चालू कर धीमी गति से वाहन आगे बढ़ाएं.
वहीं सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव तापते, गर्म पेय पीते दिखाई दे रहे हैं और गर्म कपड़ों का सहारा लेकर सर्दी से बचने का जतन कर रहे हैं. तेज ठंड और धुंध का असर जैसलमेर शहर में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिला और लाठी-चांदन क्षेत्र व नहरी इलाकों सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसने लोगों का घरों से निकलना दूभर कर दिया है.हालांकि इस ठंड का यहाँ आने वाले सैलानी लुफ्त उठाते दिखाई दे रहे हैं और गड़ीसर झील सहित अन्य पर्यटक स्थलों पर देसी सैलानी सुबह-सुबह भ्रमण पर निकले.