जैसलमेर. देश में JEE और NEET परीक्षा को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशों पर देशभर में विभिन्न जगहों पर इन परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया.
इसी कड़ी में शुक्रवार को जैसलमेर के पोस्ट ऑफिस कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की ओर से सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया और इन परीक्षाओं के स्थगन की मांग की गई. इस दौरान जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदेव, नगर परिषद सभापति हरीवल्लभ कल्ला, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, उम्मेद सिंह तंवर सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे.
इस मौके पर विधायक रूपाराम धनदे ने कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है और ऐसे में इन परीक्षाओं का आयोजन करवाना जिनमें लाखों अभ्यर्थी शामिल होंगे. उससे कोरोना संक्रमण का खतरा अवश्य बढ़ेगा.
विधायक ने कहा कि एक तरफ सरकार की ओर से 50 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी है, वहीं केंद्र सरकार खुद आदेश देकर ये भीड़ इकट्ठा कर रही है और इन परीक्षाओं का आयोजन करवा रही है जो उचित नहीं है.
पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने कहा कि देशभर में इन दिनों लगातार कोरोना संक्रमितों के आंकड़े बढ़ रहे हैं और स्कूल, कॉलेजों सहित अन्य शिक्षण संस्थाएं बंद है. ऐसे में इन परीक्षाओं का आयोजन करवाना इतना आवश्यक नहीं है. उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी भी संक्रमण के भय में है, ऐसे में इन परीक्षाओं को स्थगित करना चाहिए.
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पूर्व प्रधान और राजस्थान यूथ कांग्रेस उपाध्यक्ष अमरदीन फकीर ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार देश के लाखों युवाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और समय रहते इन परीक्षाओं को स्थगित नहीं किया गया तो मजबूरन युवाओं को सड़कों पर उतरना पड़ेगा.
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के बढ़ रहे मामलों और कुछ राज्यों में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर कांग्रेस इन परीक्षाओं के स्थगन को लेकर मांग कर रही है, जिसमें इंजीनियरिंग के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) 1 से 6 सितंबर के बीच वहीं राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) 13 सितंबर को करवाना प्रस्तावित है.