जैसलमेर. प्रदेश में हाल ही में ओलावृष्टि से फसल खराबे को लेकर गहलोत सरकार ने सभी मंत्रियों को उनके प्रभारी जिलों में जाकर आंकलन करने का निर्देश दिया है. राजस्थान सरकार के ऊर्जा मंत्री और जैसलमेर जिले के प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला एक दिवसीय दौरे पर रहे. मंत्री कल्ला ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अधिकारियों की बैठक ली और जिले में ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे की जानकारी ली. मंत्री कल्ला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द ही ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे का आंकलन कर गिरदावरी राज्य सरकार को भिजवाए और जितना संभव हो गिरदावरी किसानों के हित में बनाए.
कैबिनेट मंत्री कल्ला ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी द्वारा टिड्डी हमले में राज्य सरकार द्वारा सहयोग नहीं करने के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि वे नए-नए मंत्री है, उन्हें अभी अनुभव हासिल करने की आवश्यकता है. उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि टिड्डी नियंत्रण विभाग केंद्र सरकार के अधीन आता है. मंत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार कुम्भकरण की नींद में सोई हुई थी, यदि राज्य सरकार किसानों के साथ मिलकर समय पर टिड्डी रोकथाम का प्रयास नहीं करती, तो कई गुना अधिक किसानों का नुकसान होता.
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मंत्री ने कहा कि 16 मार्च तक सभी गिरदावरी पूरी करके राज्य सरकार के पास आ जाएगी. उसके बाद ही आंकलन किया जा सकेगा, कि फसल का कितना खराबा हुआ है. आंकलन के बाद जिन किसानों ने फसलों का बीमा करवा रखा है, उन्हें बीमा कंपनियों द्वारा मुआवजा दिलवाया जाएगा. वहीं जिन किसानों ने बीमा नहीं करवा रखा और उनका 33% या उससे अधिक नुकसान हुआ है, तो उन्हें एसडीआरएफ फंड से मुआवजा दिलवाया जाएगा.