जैसलमेर. पश्चिमी राजस्थान के भारत-पाक सरहद पर इन दिनों पाकिस्तान से हवा में उड़कर आए आतंकियों ने तबाही मचा रखी है. जी हां यहां बात हो रही है इलाके में फसलों पर मंडरा रही टिड्डी दलों की, जो पाकिस्तान से उडकर भारत में प्रवेश कर गई हैं. अब जैसलमेर के सीमा से लगते पूरे इलाके में जमकर तबाही मचा रही है. यही नहीं किसानों की खड़ी फसलों के साथ-साथ यह टिड्डियां पशुओं के चारागाहों को भी नष्ट कर रही हैं, जिससे किसानों और पशुपालकों में भय व्याप्त हो गया है.
कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जैसलमेर यात्रा के दौरान किसानों ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई थी. इस पर तत्काल गंभीरता दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया को जिले में टिड्डियों के कारण हुई खराबी का जायजा लेने और उनके रोकथाम के लिये प्रभावी प्रयास करने के लिये उन्हें जैसलमेर भेजा है.
पढ़ें: SSB जवान की हत्या मामले में कातिल पुलिस गिरफ्त से दूर, जल्द खुलासे का दावा
बता दें कि मंगलवार को जैसलमेर पहुंचे कृषि मंत्री कटारिया ने नहरी इलाकों के साथ-साथ जिले के अन्य इलाकों का भ्रमण कर किसानों और पशुपालकों की समस्याओं को सुना. साथ ही इलाके में टिड्डियों द्वारा फैलाये गये आतंक का धरातल पर जायजा लिया. जैसलमेर पहुंचे मंत्री कटारिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों और पशुपालकों की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं और टिड्डी दल के चलते आ रही परेशानी को दूर करने के लिये प्रभावी प्रयास भी कर रहे हैं. कटारिया ने बताया कि जिले में टिड्डी दल पाकिस्तान की सीमा से भारत में आया है और पाकिस्तान के पास टिड्डी दल को रोकने के लिये पर्याप्त संसाधन नहीं है. ऐसे में वहां के इलाकों से टिड्डियां भारत में आ रही है. उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ लोकस्ट विभाग के अधिकारियों से भी बात की है और इनसे निपटने के लिये प्रभावी कार्ययोजना भी आगामी दिनों में बनायेंगे. कटारिया ने कहा कि शुक्रवार को वो जिला कलक्टर कार्यालय में टिड्डी दल को लेकर एक बैठक का आयोजन करेंगे जिसमें टिड्डियों की रोकथान के लिये अब तक किये गये प्रयासों की समीक्षा के साथ-साथ आगामी दिनों में और अधिक कडे़ प्रयासों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की जायेगी.
मंत्री कटारिया ने ये भी कहा कि पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा जिले में टिड्डी दल की अधिकता को देखते हुए कृषि विभाग के 70 से अधिक अधिकारियों को जैसलमेर लगाया था. लेकिन उनमें से कईयों ने आज तक जैसलमेर में ज्वाइन ही नहीं किया. ऐसे में मंत्री ने इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही है. उन्होंने बताया कि इस समस्या के निवारण के लिये स्थानीय किसानों को भी विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा और कंट्रोल रूम की स्थापना कर किसानों को राहत प्रदान करने का काम भी किया जायेगा.