जयपुर. एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत शिक्षा मंत्रालय की ओर से युवा संगम-2 का आयोजन किया जा रहा है. जिसका उद्देश्य विभिन्न राज्यों के बीच विविध संस्कृतियों और परंपराओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हुए युवाओं को भारत की समृद्ध विरासत से जोड़ना है. इस क्रम में आईआईटी भुवनेश्वर और ओडिशा के उच्च शिक्षण संस्थानों के युवाओं के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी यात्रा के पहले दो दिनों में जयपुर में गवर्नर हाउस, नवनिर्मित संविधान पार्क और ऐतिहासिक स्मारकों का दौरा किया.
जयपुर में अपनी यात्रा के दूसरे दिन युवाओं को अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, आमेर किला, जल महल और जयपुर के दूसरे ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा के लिए ले जाया गया. यहां जयपुर शहर के लिए जल संचयन प्रणाली के रूप में तत्कालीन शासकों की ओर से निर्मित सबसे अच्छी बहाल पन्ना मीना बावड़ी को छात्रों ने विस्तार से जाना. साथ ही जीवन में एक बार मिलने वाले इस मौके के लिए भारत सरकार को आभार जताया.
इससे पहले एमएनआईटी के छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ ओडिशा के प्रतिनिधियों ने राजभवन का दौरा किया. साथ ही राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मुलाकात की. इस दौरान राज्यपाल मिश्र ने छात्रों को एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल की अवधारणा समझते हुए कहा कि लोगों से लोगों को जोड़ने और देश भर के युवाओं के बीच सहानुभूति पैदा करने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई है. मिश्र ने युवा छात्रों को कड़ी मेहनत करने, शिक्षाविदों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और एक पेशेवर करियर का चयन करने के लिए एक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
पढ़ें : Portal of Yuva Sangam Program launched : युवा संगम कार्यक्रम के पोर्टल का शुभारंभ किया गया
ओडिशा के छात्रों और संकाय की टीम ने अपनी यात्रा के दौरान नवनिर्मित संविधान पार्क का भी दौरा किया. जहां उन्हें भारत के संविधान के महत्व और विशिष्टता के बारे में बताया गया. इसके बाद प्रतिनिधियों को जयपुर के प्रमुख स्मारक जंतर मंतर, सिटी पैलेस, हवा महल और परकोटा शहर का दौरा कराते हुए उन्हें यहां की वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक महत्व के बारे में समझाया गया. इस दौरान छात्रों ने जयपुर के स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते हुए यात्रा के दौरान राजस्थान की संस्कृति और परंपराओं का अनुभव किया. अपनी सप्ताह भर की यात्रा के दौरान छात्र विभिन्न स्थानों का दौरा करेंगे और राज्य की कला, संस्कृति और स्थलों को जानेंगे.