जयपुर. अल्बर्ट हाल में 'वर्ल्ड ऑटिज्म अवेयरनेस डे' मनाया गया. इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं के विशेष बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियां देकर जयपुर वासियों और पाठकों का मन जीत लिया. ऑटिज्म के प्रति जागरूकता लाने के लिए यह कार्यक्रम राजस्थान सरकार के पुरातत्व संग्रहालय विभाग द्वारा डी-नज संस्थान के सहयोग से आयोजित किया गया. इस अवसर पर अल्बर्ट हॉल को आटिज्म के प्रतीक नीले रंग से प्रकाशित किया गया था.
कार्यक्रम में अप्रोच ऑटिज्म, औरा, एंजेल्स एट वर्क आदि संस्थाओं के विशेष बच्चों ने किड्स प्लेनेट एवं रॉयल इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों के साथ बॉलीवुड के प्रसिद्ध गानों मेरी मेरा जूता है जापानी यह पतलून इंगलिस्तानी सर पे लाल टोपी रुसी फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, शेप ऑफ यू राजस्थान, महारो राजस्थान आदि गानों पर प्रस्तुति दी.
कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ने यह जाहिर कर दिया कि अगर उचित मार्गदर्शन एवं प्यार मिलता है तो वह भी आगे बढ़ सकते हैं. विशेष बच्चों में कार्यक्रम को लेकर काफी उत्साह देखा गया. कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग भी मौजूद थे. साथ ही अल्बर्ट हॉल घूमने वाले आए देसी विदेशी पर्यटकों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. लोग बच्चों का हौसला अफजाई कर रहे थे. कुछ दर्शक तो उन बच्चों के साथ डांस भी करने लगे.
कार्यक्रम के दौरान दी नज की देवा सुदीप और निशा शर्मा ने बताया कि आमजन के अभिभावकों को भी ऑटिज्म के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है. जिससे कि आसानी से इसके लक्षणों को आरंभ से ही पहचान सकें. जल्द से जल्द अपने बच्चों का सही मार्गदर्शन कर सकें. बच्चों को सही मौका मिलने के लिए जरूरी है कि समाज भी इनको समझे और उनकी मदद करें. यदि उचित मार्गदर्शन मिलेगा तो यह आवश्यक रूप से आगे बढ़ेंगे.
इस अवसर पर जेके लोन हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स डिपार्टमेंट के हेड डॉ सीतारमण ने आटिज्म के बारे में जानकारी दी. प्रसिद्ध गायक मनमीत सिंह ने सुगम संगीत माहौल को खुशनुमा कर दिया. मनमीत के गानों पर भी दर्शकों ने डांस कर बच्चों का उत्साह बढ़ाया. कार्यक्रम के समापन पर अल्बर्ट हॉल अधीक्षक डॉ राकेश छोलक एवं डॉ सीतारमण ने बच्चों को भेंट स्मृति चिन्ह भेंट किए.
बाईट राकेश छोलक