जयपुर. यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बहस को नया मोड़ दे दिया. इस बीच आम आदमी पार्टी ने जहां यूसीसी को लेकर समर्थन की बात कही है. वहीं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मंथन शुरू कर दिया है. इधर राजस्थान में वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली का भी बयान आया है. खानू खान ने पूछा है कि जिस तरह से प्रधानमंत्री बयानबाजी करते हैं, उस बीच भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री बताएं कि क्या वह भीमराव अंबेडकर के संविधान को मान रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश के संविधान ने सबको अपने-अपने अधिकार दिए हैं. संविधान सभी को अपने-अपने अधिकारों के मुताबिक जीने का अधिकार देता है. उन्होंने कहा कि इस्लाम सभी को समानता का अधिकार देता है, तीन तलाक पर बोलने से पहले मोदी जी खुद को देखें. राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बुधवाली ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के विचार को पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बताया.
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लोगों को लड़ाया जा रहा हैः राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान बोले की केंद्र सरकार देश में कानून के नाम पर लोगों को लड़ा रही है, जो की गलत है. तीन तलाक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिए गए बयान को लेकर भी बुधवाली ने नाराजगी जताई और कहा कि पीएम को खुद को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिलाओं की दिल से इज्जत है. तीन तलाक को लेकर उन्होंने बताया कि यह कदम किन हालात में उठाया जाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि नबी और कुरान को मानने वाले लोग इस्लामिक कारणों से ही चलते हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री की मंशा पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि चुनावी दौर में ही क्यों इस तरह की बातें की जाती हैं.