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विराटनगरः कुएं में गिरे नीलगाय के दो बच्चों को ग्रामीणों ने बचाया, वन विभाग को सौंपा

जयपुर के विराटनगर में पाचूडाला के समीप एक किसान के खेत में बने कुएं में नील गाय के बच्चे गिरे होने की सूचना ग्रामीण को मिली. इसके बाद ग्रामीणों ने एक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उन्हें सकुशल कुएं से बाहर निकाला.

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रेस्क्यू कर बचाया
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Published : Aug 27, 2020, 1:45 PM IST

विराटनगर (जयपुर). जिले के विराटनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पाचूडाला के समीप एक किसान के खेत में बने कुएं से कुछ आवाजें सुनाई दीं. आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण तुरंत सूखे कुएं के पास पहुंचे, जहां उन्हें नील गाय के दो बच्चे दिखाई दिए. सूखे कुएं में नील गाय के बच्चे गिरे होने की सूचना पाकर अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर नील गाय के दोनों बच्चों को सकुशल कुएं से बाहर निकाला.

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ग्रामीणों ने दो नीलगाय के बच्चों को बचाया

घटना की जानकारी ग्राम पांचूडाला की ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष लालचंद मीणा को दी गई. घटनास्थल पर डॉ. नवल कुमार पारीक को बुलाकर शिशु नीलगाय को प्राथमिक उपचार दिया गया. उसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी सीताराम यादव को मौके पर बुलाकर दोनों जीवों को सुपुर्द कर दिया. वहीं ग्रामीणों ने दोनों बच्चों को इनकी मां नीलगाय तक पहुंचाने का आग्रह किया.

पढ़ें- COVID-19 : प्रदेश में कोरोना के 633 नए केस, कुल आंकड़ा 75 हजार के पार, अबतक 998 मौतें

वन्य जीव रेस्क्यू अभियान करने पर वनकर्मियों ने सभी ग्रामीणों का हौसला अफजाई करते हुए ऐसे नेक कार्यों में अपनी भागीदारी सदैव बनाए रखने की अपील की है. इस मौके पर रिटायर्ड फॉरेस्ट सुरेश शर्मा, वनपाल बाबूलाल गुर्जर, वनरक्षक यादराम जाट और वन कर्मी ड्राइवर भोमाराम सैनी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की सहायता की.

ग्रामीण क्षेत्र में वन्य क्षेत्र होने के कारण अक्सर वन्यजीव दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. आपातकालीन समय में ग्रामीणों की सजगता से बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकता है. ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों को ऐसे वन्य क्षेत्र जो ग्रामीण इलाकों के समीप हैं, वहां जाकर ग्रामीणों को जागरूक करना चाहिए.

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय युवा ग्रामीण सुरेश प्रजापत, हेमपाल सिंह, हरिसिंह मीणा, सुभाष प्रजापत राकेश कुमार, मुखराम गुर्जर, नीलम सिंह, नरेंद्र सिंह, शंकरलाल, कुलदीप, बालीराम गुर्जर सहित अन्य ग्रामीणों ने अपनी सजगता से वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है.

विराटनगर (जयपुर). जिले के विराटनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पाचूडाला के समीप एक किसान के खेत में बने कुएं से कुछ आवाजें सुनाई दीं. आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण तुरंत सूखे कुएं के पास पहुंचे, जहां उन्हें नील गाय के दो बच्चे दिखाई दिए. सूखे कुएं में नील गाय के बच्चे गिरे होने की सूचना पाकर अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर नील गाय के दोनों बच्चों को सकुशल कुएं से बाहर निकाला.

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ग्रामीणों ने दो नीलगाय के बच्चों को बचाया

घटना की जानकारी ग्राम पांचूडाला की ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष लालचंद मीणा को दी गई. घटनास्थल पर डॉ. नवल कुमार पारीक को बुलाकर शिशु नीलगाय को प्राथमिक उपचार दिया गया. उसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी सीताराम यादव को मौके पर बुलाकर दोनों जीवों को सुपुर्द कर दिया. वहीं ग्रामीणों ने दोनों बच्चों को इनकी मां नीलगाय तक पहुंचाने का आग्रह किया.

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वन्य जीव रेस्क्यू अभियान करने पर वनकर्मियों ने सभी ग्रामीणों का हौसला अफजाई करते हुए ऐसे नेक कार्यों में अपनी भागीदारी सदैव बनाए रखने की अपील की है. इस मौके पर रिटायर्ड फॉरेस्ट सुरेश शर्मा, वनपाल बाबूलाल गुर्जर, वनरक्षक यादराम जाट और वन कर्मी ड्राइवर भोमाराम सैनी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की सहायता की.

ग्रामीण क्षेत्र में वन्य क्षेत्र होने के कारण अक्सर वन्यजीव दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. आपातकालीन समय में ग्रामीणों की सजगता से बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकता है. ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों को ऐसे वन्य क्षेत्र जो ग्रामीण इलाकों के समीप हैं, वहां जाकर ग्रामीणों को जागरूक करना चाहिए.

इस रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय युवा ग्रामीण सुरेश प्रजापत, हेमपाल सिंह, हरिसिंह मीणा, सुभाष प्रजापत राकेश कुमार, मुखराम गुर्जर, नीलम सिंह, नरेंद्र सिंह, शंकरलाल, कुलदीप, बालीराम गुर्जर सहित अन्य ग्रामीणों ने अपनी सजगता से वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है.

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